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छात्र-छात्राओं का फिर फूटा गुस्सा, कॉलेज के गेट को किया बंद

locationबस्सीPublished: Nov 08, 2019 06:34:02 pm

-करीब डेढ़ घंटे तक किया विरोध प्रदर्शन–कृषि संकाय को आईसीएआर से मान्यता देने का मामला

छात्र-छात्राओं का फिर फूटा गुस्सा, कॉलेज गेट को किया बंद

छात्र-छात्राओं का फिर फूटा गुस्सा, कॉलेज के गेट को किया बंद

शाहपुरा.
चिमनपुरा के बाबा भगवानदास राजकीय विज्ञान एवं वाणिज्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संचालित कृषि संकाय को आईसीएआर की मान्यता नहीं मिलने से नाराज विद्यार्थियों का शुक्रवार को फिर गुस्सा फूट पड़ा। विद्यार्थियों ने मुख्य गेट बंदकर तीन घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। बाद में पुलिस एसआई एवं कॉलेज प्रशासन ने समझाइश कर उनकी मांग को विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत कराने का आश्वासन देकर मामला शांत करवाया।

बीबीडी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मीणा, उपाध्यक्ष राहुल कुमावत, दिनेश किलका, सुनील, नरेश कुमार, सांवरमल, चंद्रभान, सत्यवान प्रजापत, रोहित सोनी, जतिन सांभरिया, अमरसिंह ने बताया कि 40 वर्ष से कॉलेज में कृषि संकाय संचालित है। यहां पर जयपुर सहित बाहरी जिलों से भी विद्यार्थी एग्रीकल्चर की पढाई करने आते है। इसके बावजूद सरकार व विवि प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा। आईसीएआर की मान्यता के अभाव में यहां से डिग्री लेने के बाद भी कृषि संकाय के छात्रों को उच्च कक्षाओं में प्रदेश से बाहर प्रवेश नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में छात्रों के भविष्य अंधकार में है। छात्रों ने कहा कि कृषि संकाय को मान्यता देने के लिए सरकार से मांग की जा रही है, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। जिससे छात्रों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
विद्यार्थियों ने बताया कि मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के हाल ही के एक आदेश ने यहां कृषि संकाय में बीएससी एग्रीकल्चर में अध्ययनरत व पढ़ाई पूरी कर चुके कृषि छात्रों की परेशानी अधिक बढ़ा दी है। आदेश के तहत प्रदेश से बाहर रोजगार व उच्च अध्ययन के लिए छात्र-छात्राओं की डिग्री का आईसीएआर से मान्य होना जरूरी है। चिमनपुरा का कृषि संकाय जोबनेर कृषि विवि से तो मान्य है, लेकिन अभी तक आईसीएआर से मान्यता नहीं मिली है। ऐसे में यहां के छात्रों को प्रदेश के बाहर के कृषि विश्वविद्यालयों में उच्च अध्ययन के लिए प्रवेश नहीं मिल पा रहा। कई छात्र अक्टूबर माह में उच्च अध्ययन के लिए दस्तावेजों का सत्यापन कराने कृषि विवि ग्वालियर और जबलपुर गए तो वहां आईसीएआर से मान्यता नहीं होने से एमएससी एजी में प्रवेश नहीं दिया।
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पुलिस ने की समझाईश, खुलवाया गेट
सूचना मिलने पर त्रिवेणी पुलिस चौकी प्रभारी कैलाश मीणा जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और छात्रों से समझाइश की। कॉलेज प्रशासन ने छात्रों को बताया कि उनकी कृषि संकाय को आईसीएआर की मान्यता दिलाने की मांग को लेकर कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय को भिजवा दी गई है। उन्होंने कॉलेज आयुक्तालय को भेजे गए पत्र की जानकारी देकर मामला शांत करवाया। प्रदर्शन के दौरान कई छात्र मौजूद रहे।
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कई जिलों से पढऩे आते है विद्यार्थी
इस दौरान छात्रों ने बताया कि कॉलेज ४० वर्ष पुराना है। यहां जयपुर, सीकर, दौसा, सवाईमाधोपुर, गंगानगर सहित कई जिलों के छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है। इसके बावजूद सरकार व विवि प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा। आईसीएआर की मान्यता के अभाव में यहां से डिग्री लेने के बाद भी छात्र न तो राजस्थान से बाहर उच्च अध्ययन कर सकते है और न ही नौकरी। ऐसे में छात्रों के भविष्य अंधकार में है। छात्रों ने १५ दिन पहले भी महाविद्यालय में धरना प्रदर्शन किया था।

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