देवगांव (जयपुर). क्षेत्र के सभी राजकीय विधालयों में दूध सप्लाई करने वाली दुग्ध सहकारी समितियों का भुगतान बकाया भुगतान है। इसके चलते आगामी दिनों में दूध की सप्लाई प्रभावित होने की संभावना बन रही है। दुग्ध समितियों ने मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बस्सी और संबंधित राजकीय विधालयों के संस्था प्रधानों को 5 दिन का अल्टीमेटम देते हुए बकाया भुगतान नहीं होने पर विधालयों में दूध सप्लाई बंद करने की चेतावनी दी है।समितियों की ओर से करीब 3 दर्जन से अधिक राजकीय विधालयों में दूध सप्लाई की जाती है।
तत्कालीन सरकार ने 2 जुलाई 2018 को राजकीय विधालयों के कक्षा 1 से 8वीं तक के विधार्थियों के लिए मिड डे मील के तहत ‘अन्नपूर्णा दूध योजना’ की शुरुआत की। इसके तहत 1 से 5वीं कक्षा तक के बच्चों को 150 एमएल और 6 से 8वीं कक्षा तक के बच्चों को 200 एमएल दूध दिया जा रहा है। बस्सी ब्लॉक में इस योजना के जरिए 273 विधालयों के 23 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं लाभांवित हो रहे हैं।
2 जुलाई को अन्नपूर्णा दूध योजना शुरू
273 एमडीएम से लाभांवित होने वाले विधालय
23000 से अधिक विधार्थी हो रहे लाभांवित
37 रुपए प्रति लीटर हो रही है दूध की खरीद
30 लाख औसतन आता है महीने का खर्च
04 माह से नहीं मिल रहा दूध का बजट
1.75 करोड़ रुपए से अधिक की राशि बाकी
एक तो पहले ही 37 रुपए प्रति लीटर दूध दे रहे हैं। उस पर भी चार से पांच माह की उधारी। ऐसे तो कैसे काम चलेगा। पशुओं को चारा आदि नकद में लाते हैं, इसलिए दूध का पैसा समय पर चाहिए।
-निजी डेयरी संचालक
-रतनसिंह यादव, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी