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बाजरे की लंबाई मात्र 4 फीट, कृषि मंत्री से शिकायत

locationबस्सीPublished: Sep 19, 2020 11:00:27 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

कृषि विभाग कर चुका सर्वे, किसानों ने की सरकारी बीज गुणवत्ता का नहीं होने की शिकायत, दोषी को सजा मिले

बाजरे की लंबाई मात्र 4 फीट, कृषि मंत्री से शिकायत

बाजरे की लंबाई मात्र 4 फीट, कृषि मंत्री से शिकायत

हस्तेडा। सरकार ने छोटे किसानों को कोरोना महामारी के दौरान सहायता बतौर कृषि विभाग व राज सीड्स के माध्यम से निशुल्क बाजरे की बीज उपलब्ध करवाया था, लेकिन कालाडेरा सहायक कृषि अधिकारी वृत्त क्षेत्र के आलीसर व बाईकाबास में बाजरे की फसल जोर नहीं पकड़ पाई। किसानों ने बीज गुणवत्ता का नहीं होने की शिकायत की है। सरकारी बीज के बाजरे की लंबाई मात्र 4 फीट की रह गई है, जिससे किसानों के चेहरे पर मायूसी आ गई है।
जानकारी के अनुसार आलीसर व बाईकाबास में लघु व सीमांत किसानों को निशुल्क बाजरे का बीज दिया गया ्रथा, लेकिन फसल मनमाफिक नहीं हुई। बाई का बास निवासी किसान कमलेश मीणा, शैतान सिंह मीणा गिरधारी लाल मीणा व आलीसर निवासी बनवारी लाल कुमावत ने बताया कि प्रति बीघा चार से पांच हजार बुवाई, जुताई व अन्य कार्यों पर खर्चा हो गया। बाजरे की ऊंचाई नहीं बढ़ी। उसका तना मोटा नहीं हुआ। साथ ही सिट्टे भी पूर्ण रूप नहीं ले पाए, फसल झुलस सी गई। इसकी शिकायत करने पर सहायक कृषि अधिकारी कालाडेरा मोहनलाल यादव, कृषि पर्यवेक्षक ममता कुमावत, मुकेश पालीवाल, रमेश यादव व श्रीराम जाट ने उनके खेतों का सर्वे भी किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
बरसात देर से होना बनी समस्या
इस बारे में सहायक कृषि अधिकारी कालाडेरा यादव का कहना है कि बाजरा का बीज तो सही था, लेकिन क्षेत्र में बरसात देर से होने के चलते यह समस्या आई है। फि र भी किसानों के नुकसान का सर्वे करके उच्चाधिकारियों को भिजवा दिया है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका में 15 सितम्बर के अंक में ‘सरकारी बीज दे रहा किसानों को दगाÓ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी, जिसमें चीथवाड़ी, चौमूं व मानपुरा माचैड़ी के किसानों की पीड़ा को उजागर किया था।
बाजरा बीज की जांच हो, दोषी को सजा मिले
चौमूं. किसानों को वितरित किए सरकारी बाजरे के बीज की जांच कराकर दोषी विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विधायक रामलाल शर्मा ने शनिवार को कृषि मंत्री को पत्र लिखा है। विधायक ने पत्र में बताया कि कृषि विभाग की ओर से 6 प्रकार की बाजरे की किस्म के बीज का वितरण किया था, लेकिन कृषि अधिकारियों की लापरवाही के चलते सरकार की ओर से जयपुर जिले एवं आसपास के क्षेत्र में किसानों को बिना भौगोलिक स्थिति का जायजा लिए ही बाजरे का बीज वितरित कर दिया।
पौधों की लंबाई मात्र 4 फीट
सरकारी बीज के बाजरे की लंबाई मात्र 4 फीट की रह गई है, जिससे किसानों के चेहरे पर मायूसी आ गई है। विधायक शर्मा ने कृषि मंत्री से मामले की जांच करवाकर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका में 16 सिंतबर के अंक में सरकारी बाजरे का बीज दे रहा दगा शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया था। 19 सितंबर को चौमूं एसडीएम अभिषेक सुराणा ने भी कृषि अधिकारियों के साथ मोरीजा गांव के अनेक खेतों का दौरा कर फसल का जायजा लिया था।

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