गठवाड़ी (जयपुर)। रायसर कस्बे के देवीतला गांव में पहाड़ी पर स्थित बांकी माता मंदिर में शुक्रवार को आयोजित हुए लक्खी मेले में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा।
मेले में राजस्थान सहित दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से व जयपुर जिले के कोने-कोने से आए लाखों श्रद्धालुओं ने माता की चौखट पर मत्था टेककर सुख समृद्धि की कामना की।
इस दौरान श्रद्धालुओं ने माता को चुनरी भी ओढ़ाई। पहाड़ी पर स्थित मंदिर में रंग बिरंगे परिधान में आए श्रद्धालुओं के आवागमन से पहाड़ी सतरंगी नजर आ रही थी।
बांकी माता सेवा समिति अध्यक्ष बद्रीनारायण मीणा ने बताया कि मेले में गुरुवार शाम से लेकर शुक्रवार तक करीब तीन लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। वहीं पुलिस प्रशासन 80 हजार के करीब श्रद्धालु आने की बात कह रहा है। माता के दरबार में कई गांवों से ध्वज पदयात्राएं पहुंची।
इस दौरान अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दडंवत करते हुए पहुंचे। कई लोगों ने बच्चों के जडुले उतारे। इधर, श्मशाम में स्थित मुसाण्या भैरू मंदिर में शुक्रवार को भी हजारों श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई।
सेवा समिति कार्यालय के बाहर दिनभर चंग की थाप पर बुजुर्गों ने माता का गुणगान किया। शनिवार को रायसर मुख्य बाजार में गुदड़ी का मेला भरेगा।
बांकी माता सेवा समिति के राजूलाल मीणा ने बताया कि भूदान बोर्ड अध्यक्ष रामनारायण नागवा, जयपुर जिला प्रमुख मूलचन्द मीणा, आईएएस शकुंतला मीणा, पूर्व विधायक गोपाल मीणा, सरपंच संघ अध्यक्ष जमवारामगढ़ बाबूलाल मीणा, पूर्व प्रधान जमवारामगढ़ मंजू मीणा, सामरेड़ कलां सरपंच सीताराम छापोला, लालवास सरपंच सुरेश मीणा, पूर्व सरपंच जमवारामगढ़ महेन्द्रपाल मीणा, राजपूत सेवा समिति के जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मणसिंह राजावत, रायसर सरपंच मीनादेवी मीणा ने शिरकत की। सेवा समिति अध्यक्ष ब्रदीनारायण मीणा के नेतृत्व में तस्वीर भेंट कर स्वागत किया गया।
मेला मैदान मेंं लगे झूलों पर बच्चों ने जमकर मौज मस्ती की। मौत का कुआ व टॉय ट्रेन आकर्षण का केन्द्र रही। अस्थाई स्टॉल पर महिलाओं व बच्चों ने खरीदारी की।
किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए जमवारामगढ़ पुलिस उपाधीक्षक शीला फोगावट के नेतृत्व में करीब 100 पुलिसकर्मियों का जाप्ता तैनात रहा।
मंदिर से लेकर मेला मैदान तक 30 सीसीटीवी, 01 ड्रोन व एक क्रेन कैमरे से निगरानी रखी गई। हालांकि मेले के दिन सुबह श्रद्धालुओं की उमड़ी एकाएक भीड़ से कुछ समय व्यवस्था चरमरा गई।
बांकी माता लक्खी मेले में जाम से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन व बांकी माता सेवा समिति की ओर से किए गए सभी इंतजाम फेल होते नजर आए।
मंदिर मार्ग व शिव मंदिर के समीप व लूनेठा मोड़ के समीप वाहन पार्किंग की व्यवस्था होने के बाद भी अन्य रास्तों से श्रद्धालु वाहन लेकर मेला मैदान तक पहुंच गए। इससे पूरे दिन जाम की समस्या बनी रही। कई वीवीआईपी भी जाम में फंस गए।
बांकी माता मेले में एसडीएम जमवारामगढ़ नरेन्द्र कुमार मीणा ने तहसीलदार जमवारामगढ़ ज्ञानचन्द जैमन को मेले का कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया था, लेकिन वे मेले से नदारद नजर आए। अव्यवस्थाओं का आलम देखने लायक था।
बांकी माता मंदिर में शुक्रवार को आयोजित हुए लक्खी मेले में बहरूपिए भी स्वांग रचकर घूमते नजर आए।
मेले में ग्रामीण खेत खलिहान ओर घरों में काम आने वाले औजार खरीदते नजर आए। फोटो व रिपोर्ट: संतोष धाकड़ व राहुल गुप्ता