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श्मशान में अचानक मची भगदड़, 30 लोग जख्मी,2 घंटे रोकना पड़ा अंतिम संस्कार

locationबस्सीPublished: Oct 08, 2019 11:20:55 pm

Submitted by:

vinod sharma

मधुमक्खियों का हमला (bee attack in jaipur): जयपुर जिले की ग्राम पंचायत काशीपुरा में श्मशान घाट पर लगातार दूसरे दिन भी मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। जिससे 30 से अधिक लोग जख्मी हो गए।

श्मशान में अचानक मची भगदड़, 30 लोग जख्मी,2 घंटे रोकना पड़ा अंतिम संस्कार

श्मशान में अचानक मची भगदड़, 30 लोग जख्मी,2 घंटे रोकना पड़ा अंतिम संस्कार

देवगांव(जयपुर). वही गांव। वही स्थान और वैसी ही घटना। गांव के लोगों में चर्चा का विषय बन गया है। घटना ग्राम पंचायत काशीपुरा में श्मशान घाट पर मधुमक्खियों के हमले की (bee attack in jaipur) है। एक दिन पहले अंतिम संस्कार की तैयारियों के बीच मधुमक्खियों के हमले से यहां 30 से अधिक जख्मी हो गए थे और फिर सोमवार को यहां लोग मधुमक्खियों की चपेट में आ गए। कई गंभीर घायलों का राजकीय और आसपास के निजी क्लिनिकों में उपचार करवाया गया। मधुमक्खियों के हमले के बाद श्मशान घाट में दो घंटे तक दाह संस्कार रुक गया।

जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत काशीपुरा के पलसा की ढाणी निवासी फैलीराम पुत्र स्व: जगन्नाथ का मंगलवार को निधन हो गया। ग्रामीण और परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान लेकर घाट पहुंचे। jaipur news दाह संस्कार की तैयारियां शुरू की। इसी बीच हजारों की संख्या में मधुमक्खियां श्मशान में भिनभिभाने लगी। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीण बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे। बचने के लिए भागते-भागते हुए भी 30 से अधिक लोग घायल हो गए। इन्हें ग्रामीणों की मदद से सांभरिया के सरकारी अस्पताल सहित निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया।
पहले की घटना से थे सतर्क
इसी श्मशान घाट में 1 दिन पूर्व हुई bee attack मधुमक्खियों के हमले की घटना से आज लोग सतर्क थे। ग्रामीण श्मशान घाट में तोलिया से अपना मुंह ढंककर आए। jaipur news इसी सतर्कता के चलते काफी संख्या में लोग बच गए। फिर भी ऐसे बार-बार मधुमक्खियों का हमला ग्रामीणों में दहशत का कारण बन गया है।
दो किलोमीटर दूर तक भागना पड़ा
मधुमक्खियों के हमले से श्मशान घाट पर भगदड़ मच गई। लोग बचने के इधर-उधर भागने लगे। bassi news कोई तौलिए से सिर और मुंह को ढंक रहा था, तो कोई पेड़ों के झुंड में छिप गया। कुछ को बचने के लिए एकाएक जगह नहीं मिली, तो वे दो किलोमीटर दूर तक दौड़ भागे। शव के पास चार लोग खुद को ढंक कर बैठे रहे। अन्य लोग गांव की तरफ आ गए। फिर 2 घंटे बाद ग्रामीणों द्वारा झाड़-फूंक के बाद मधुमक्खियों के हटने पर अंतिम संस्कार हो पाया।
यह हुए जख्मी
घायलों में से कुछ की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। घायलों में मृतक का भाई बदरी मीणा और पुत्र धोलू मीणा गंभीर जख्मी हो गए, जिन्हें सांभरिया अस्पताल भर्ती कराया। वहीं कैलाश, छाजू, विकास सहित कई लोगों को भी अस्पताल में भर्ती कराया।
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