मैड.ग्राम पंचायत जोथुला के गालावास पहाड़ी कंदराओं के बीच सैकड़ों वर्ष पुराने गालवास देवी माता के प्रसिद्ध मंदिर में नवरात्र में श्रद्धा का सैलाब उमड़ता है। मंदिर में जयपुर, दिल्ली, हैदराबाद, सीकर सहित अन्य जगहों से भक्त दर्शन के लिए आते हैं।
किवदंती है कि सैकड़ों वर्ष पूर्व यहां खेमाराम व कुशल नाम के दो चरवाहे पहाड़ी पर गाय चरा रहे थे। तब अचानक इनको माता ने दर्शन दिए। माता ने इनको लोक गीत गाने के लिए कहा। जिस पर चरवाहों ने गीत गाया। वो गीत आज भी माता के जागरण में गाया जाता है। चरवाहों ने वहीं पहाड़ी पर माता की पूजा-अर्चना शुरू कर दी। धीरे-धीरे भक्तों ने मंदिर का निर्माण करवाया। मंदिर में वर्तमान में मीणा समाज के लोग सेवा-पूजा करते हैं। नवरात्र में भक्त यहां पर अखंड दीप जलाकर मनोकामना के लिए प्रार्थना करते हैं।