शाहपुरा समेत इलाके में धूलंडी पर लोगों ने एक-दूसरे के रंग-गुलाल लगाकर होली खेली और शुभकामनाएं दी। दिल्ली रोड समेत कई जगह युवाओं की टोली ने होली खेलने के साथ ही डीजे की धुनों पर नाच गाकर खूब मस्ती की। कस्बे की सड़कों व मोहल्लों में युवाओं व बच्चों ने टोलियों के रुप में एक-दूसरे को जमकर रंग लगाए।
विदेशी पर्यटकों ने भी लिया आनन्द
शाहपुरा कस्बे में जहां सभी आयु वर्ग के लोगों ने धूलण्डी पर्व का आनन्द लिया, वहीं विदेशी पर्यटक भी पीछे नहीं रहे। इस मौके पर कस्बे की चौपड़ स्थित एक होटल में ठहरे विदेशी पर्यटकों ने भी लोगों के साथ रंग-गुलाल लगाकर धूलण्डी पर्व का आनन्द लिया।
कस्बे में बंधे समेत मुख्य बाजार, दर्जियों का मोहल्ला, चौपड़ बाजार, दिल्ली दरवाजा, पुराना बस स्टैण्ड, जोगियों का बास, खातैड़ी मोहल्ला सहित विभिन्न स्थानों पर भी पूजा अर्चना के बाद होलिका का दहन किया गया। लोगों ने खेतों से गेहूं की बालियां लाकर होलिका दहन के दौरान सिकाई की। साथ ही क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में भी भगवान के रंग गुलाल लगाई और विभिन्न कार्यक्रम हुए। ग्राम नाथावाला में पंडित श्यामसुंदर शर्मा ने पूजा अर्चना करके होली का दहन करवाया।
मैड़. कस्बे सहित क्षेत्र में पंडाली के पास रात को होलिका दहन किया गया। लोगों ने एक दूसरे को होली की शुभकामनाएं दी। बड़े-बुजुर्गों के धोक लगाकर आशीर्वाद लिया। महिलाओं ने उपवास रखकर होली की पूजा अर्चना की। धुलंडी पर कई सालों बाद कस्बे में ग्रामीणों ने ढप की ताल पर नाचते हुए एक दूसरे के गुलाल लगाकर रंग बरसाया। कस्बे के चौहट्टा बाजार में युवाओं ने डीजे की धुन पर नाचते हुए एक दूसरे को रंगों में रंगकर धुलंडी मनाई।
इधर, साईवाड़ एवं आसपास के गांवों में होली पर्व पर गांव व ढाणियों में होलिका का दहन किया। वहीं कई गांवों में रात को होली की धमाल व खेलों का आयोजन किया गया। प्रसिद्ध धार्मिक स्थल त्रिवेणी धाम में संत खोजीद्वाराचार्य रामरिछपालदास महाराज के सानिध्य में होलिका की पूजा की।
ग्राम बाड़ीजोड़ी में आपसी भाईचारे का परिचय देते हुए पूरे गांव में एक ही होली का दहन किया गया। ग्रामीण बाबूलाल सैनी व नरेश बागड़ी ने बताया कि कई वर्षो से गांव में एक ही होली का दहन किया जा रहा है। वहीं गांव में रात को कलाकारों ने धमाल व भजनों की प्रस्तुती दी।