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इस मंडी में सांस लेना भी दूभर

locationबस्सीPublished: Oct 08, 2020 11:15:28 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

सफाई पर सालाना लाखों खर्च, फिर भी गंदगी, एसडीएम ने दिए थे मंडी प्रशासन को सफाई के निर्देश

इस मंडी में सांस लेना भी दूभर

इस मंडी में सांस लेना भी दूभर

चौमूं। शहर की फल-सब्जी मंडी में सालाना लाखों रुपए की राशि साफ खर्च करने के बावजूद समुचित सफाई नहीं हो पा रही है। स्थिति ये है कि गत दिनों निरीक्षण के दौरान एसडीएम अभिषेक सुराणा ने फटकार लगाते हुए मंडी प्रशासन को सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। सूत्रों के अनुसार फल-सब्जी मंडी प्रशासन की ओर से सफाई के नाम पर लाखों रुपए का सालाना ठेका दिया हुआ है, लेकिन फिर भी सफाई व्यवस्था चौपट नजर आ रही है।
प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग
मंडी प्रशासन की अनेदखी से बरती जा रही अनियमितता के कारण परिसर में कचरे एवं गंदगी में पड़ी पॉलीथिन को खाकर खुले घूमने वाले पशु काल का ग्रास बन रहे हैं। दूसरी तरफ मंडी प्रशासन की ढिलाई के कारण प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग किया जा रहा है, जिससे मंडी परिसर में फैले कचरे में अधिकांश पॉलिथिन नजर आती है। किसानों एवं व्यापारियों का भी सांस लेना दूभर हो रहा है।
एसडीएम के निर्देश बेअसर
गत दिनों एसडीएम ने निरीक्षण के दौरान मंडी परिसर में सफाई नहीं मिलने पर इस व्यवस्था पर ध्यान देने के लिए मंडी प्रशासन को निर्देश दिए थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। सफाई नहीं होने से गंदगी से बदबू उठती रहती है। कचरा एवं गंदगी में मच्छर पनप रहे है। इससे बीमारियां होने का भय सता रहा है।
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