लूट का खेल, शातिर बदमाश पुलिस को भी बना रहे मोहरा अखिल भारतीय बलाई महासभा दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में यह शादी संपन्न हुई। मंगल चंद चांदोलिया ने बताया कि कपिल देव द्वारा की गई यह पहल समाज के युवाओं को प्रेरणा देगी तथा बुराई के रूप में व्याप्त दहेज प्रथा को समाप्त करने में सहायक सिद्ध होगी। इससे अन्य समाज के युवा भी प्रेरणा लेकर समाज को गति प्रदान कर सकते हैं।
एक रुपया व नारियल लेकर की शादी जमवारामगढ़ . शादी में अगर सबसे अधिक किसी चीज की चर्चा होती है तो वह दहेज। दहेज कितना दिया, कितना लिया, इसको समाज प्रतिष्ठा से जोड़कर देखता है। दहेज क ो लेकर कई बार रिश्ते बिगड़ जाते है। यहां तक की महिला उत्पीडऩ के दर्ज होने वाले मुकदमों में दहेज को प्रमुख कारण माना जाता है। ऐसे में कोई समृद्ध परिवार बिना दहेज की शादी करंे तो अपने आप में सराहनीय व अनुकरणीय है। ऐसे ही मामला यहां देखने को मिला है। कस्बे के रैगर मौहल्ला निवासी नाथू ठेकेदार के सुपौत्र मनमोहन वर्मा ने एक रुपए व नारियल लेकर दौसा निवासी पूजा वर्मा से 11 नवम्बर को शादी की है। वधु पूजा वर्मा के पिता सुखदेव फुलवारियां मजदूरी करते है, जबकि मां सुशीला देवी गृहणी है। दूृल्हे मनमोहन के माता-पिता सुशीला देवी व रामदयाल भी बिना दहेज की शादी से काफी खुश है। मनमोहन वर्मा ने बताया कि दहेज के चक्कर में कई युवतियों की जिंदगी नरक बन चुकी है। दहेज एक झूठी शान है। उन्होंने युवाओं से बिना दहेज की शादी करने का अनुरोध किया। वधु पूजा वर्मा ने बताया कि पहले तो पिताजी ने समृद्ध परिवार में शादी करने से मना कर दिया था, लेकिन पति मनमोहन ने बिना दहेज की शादी करने व जीवन में कभी दहेज संबंधी कोई बात नहीं करने का स्वयं व पूरे परिवार की ओर से विश्वास दिलाया। तब जाकर शादी के लिए तैयार हुए। मंगलवार को आशीर्वाद समारोह में भी बिना दहेज की शादी की चर्चा रही। (निसं)