जानकारी अनुसार नायला के छतरी वालों की कॉलोनी निवासी रामकिशोर झालाणी की शादी 19 वर्ष पहले हुई थी। इतने सालों तक उसके कोई संतान नहीं हुई। बड़ी मिन्नतों से 6 मई को उसकी पत्नी के जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। जुड़वा बच्चों में लड़का-लड़की को देख परिवारजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जच्चा और बच्चों को 18 मई को परिजन घर लेकर आए। यहां कुछ दिन बीतने के बाद 23 मई की रात को कुछ ऐसा हुआ कि हर कोई जानकर हतप्रभ रह गया। रात करीब 2 बजे मां दोनों नवजातों को कमरे में सुलाकर कुंदी लगाए बिना दरवाजा बंद कर शौच के लिए चली गई। मौका पाकर बिलाव अंदर घुस गया। बाद में वह नवजात लड़के को मुंह में दबाकर सीढिय़ों के रास्ते छत पर ले जाने लगी।
वन विभाग को दी सूचना
नायला सरपंच मोहनलाल मीणा ने वन विभाग को सूचित कर बिलाव को पकडऩे की मांग की। सूचना पर वन विभाग के फोरेस्टर ओमप्रकाश यादव और गार्ड रामकिशोर शर्मा पीडि़त के घर पहुंचे। आस पड़ोस में बिलाव की तलाश की लेकिन हाथ नहीं लगी।
नायला सरपंच मोहनलाल मीणा ने वन विभाग को सूचित कर बिलाव को पकडऩे की मांग की। सूचना पर वन विभाग के फोरेस्टर ओमप्रकाश यादव और गार्ड रामकिशोर शर्मा पीडि़त के घर पहुंचे। आस पड़ोस में बिलाव की तलाश की लेकिन हाथ नहीं लगी।
शाम को पेड़ पर जा चढ़े दो बिलाव, लोग चौंके
रेंजर सीताराम मीणा ने बताया कि बिलाव की तलाश कर रहे थे कि शनिवार शाम पीडित के घर पास ही एक पेड़ पर एक नहीं दो बिलाव आकर बैठ गए। ऐसे में उन्हे पकड़ने का प्रयास किया लेकिन दोनों भाग गए। ऐसे में बिलाव को पकडने के लिए वनकर्मी और ग्रामीण रात को पहरा देते नजर आए।
रेंजर सीताराम मीणा ने बताया कि बिलाव की तलाश कर रहे थे कि शनिवार शाम पीडित के घर पास ही एक पेड़ पर एक नहीं दो बिलाव आकर बैठ गए। ऐसे में उन्हे पकड़ने का प्रयास किया लेकिन दोनों भाग गए। ऐसे में बिलाव को पकडने के लिए वनकर्मी और ग्रामीण रात को पहरा देते नजर आए।