पैटर्न बदला, तो बदली कुल राशि शिक्षा परिषद पिछले शैक्षिक सत्र तक विद्यालय स्तर के अनुसार ग्रांट देता रहा है। इसमें प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर के साथ संस्कृत विद्यालय आदि के लिए ग्रांट निर्धारित थी। इस बार इनमें विद्यार्थियोंं की संख्या के आधार पर ग्रांट का प्रावधान तय किया है। ऐसे में यदि किसी उच्च प्राथमिक विद्यालय में उच्च माध्यमिक से अधिक विद्यार्थी हैं, तो उसे ग्रांट भी ज्यादा मिलेगी। इससे विद्यालय प्रबंधन अपने परिसर में विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार सुविधा आदि का विस्तार कर पाएंगे। जयपुर जिले के सभी एलीमेंट्री स्तर के विद्यालयों के लिए 7 करोड़ 80 लाख 20 हजार रुपए और सैकंडरी स्तर के विद्यालयों के लिए लगभग कुल 5 करोड़ 56 लाख की ग्रांट निर्धारित की गई है।
90 प्रतिशत राशि का कर सकते हैं उपयोग कम्पोजिट स्कूल ग्रांट की राशि का उपयोग विभिन्न सामग्री मंगवाने और उन्हें सुधारने में किया जा सकता है। इसके लिए शिक्षा परिषद ने बकायदा गाइड लाइन भी तैयार की है। इसके अनुसार विद्यालय के छोटे उपकरणों को बदलने के लिए, दरी पट्टी मरम्मत या खरीदने के लिए, ब्लैक बोर्ड की मरम्मत, रंगरोगन, स्टाफ की फोटो युक्त आईडी विवरण, परीक्षा संबंधी स्टेशनरी खरीदने, पेयजल व्यवस्था और विद्युत व्यय पर, एक दैनिक समाचार पत्र अनिवार्य, विज्ञान-गणित की प्रयोगात्मक सामग्री को बदलने के लिए, प्रयोगशाला के उपकरणों की मरम्मत और छासेटे उपकरणों की खरीद पर, खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन और उनके संबंधित का प्रमाण पत्रों के लिए, अग्निशमन यंत्र में गैस भरवाने के लिए, शाला स्वास्थ्य कार्यक्रम में रैफर किए गए। विद्यार्थियों को अस्पताल ले जाने के किराये में, झाडू, मटका, बाल्टी आदि खरीद के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है।
10 प्रतिशत राशि स्वच्छता एक्शन प्लान पर अनिवार्य स्कूलों को दी जाने वाली राशि का 10 प्रतिशत ‘स्वच्छता एक्शन प्लानÓ पर खर्च करना अनिवार्य रखा गया है। इसमें स्वच्छता संबंधी सामान और साफ-सफाई पर व्यय का विस्तृत ब्यौरा भी दिया गया है। इसमें विद्यालय के शौचालय और मूत्रालय के नियमित रखरखाव का खर्च शामिल है।कचरा पात्र मंगाने के साथ बालिका शौचालय के साथ इंसीनरेटर लगाने या निर्माण भी इसमें खर्च में शामिल किया गया है।
बस्सी ब्लॉक पर एक नजर ब्लॉक में कुल विद्यालय : 276 प्राथमिक : 105
उच्च प्राथमिक : 97
माध्यमिक : 37
उच्च माध्यमिक : 24
संस्कृत : 12
कस्तूरबा आवासीय : 01
किस विद्यालय को कितनी मिलेगी ग्रांट
उच्च प्राथमिक : 97
माध्यमिक : 37
उच्च माध्यमिक : 24
संस्कृत : 12
कस्तूरबा आवासीय : 01
किस विद्यालय को कितनी मिलेगी ग्रांट
1 से 15 नामांकन पर 12,500 रुपए
16 से 100 नामांकन पर 25,000 रुपए
101 से 250 नामांकन पर 50,000 रुपए
250 से 1000 नामांकन पर 75,000 रुएए
1001 से अधिक पर 1,00000 रुपए ब्लॉक के 276 विद्यालयों को कुल 77 लाख 20 हजार
16 से 100 नामांकन पर 25,000 रुपए
101 से 250 नामांकन पर 50,000 रुपए
250 से 1000 नामांकन पर 75,000 रुएए
1001 से अधिक पर 1,00000 रुपए ब्लॉक के 276 विद्यालयों को कुल 77 लाख 20 हजार
15 तक नामांकन वाले 8 विद्यालयों को कुल 1 लाख रुपए
100 तक नामांकन वाले 163 विद्यालयों को कुल 40 लाख 75 हजार रुपए
250 तक नामांकन वाले 69 विद्यालयों को कुल 34 लाख 50 हजार रुपए
1000 तक नामांकन वाले कुल 36 विद्यालयों को 27 लाख रुपए
100 तक नामांकन वाले 163 विद्यालयों को कुल 40 लाख 75 हजार रुपए
250 तक नामांकन वाले 69 विद्यालयों को कुल 34 लाख 50 हजार रुपए
1000 तक नामांकन वाले कुल 36 विद्यालयों को 27 लाख रुपए