पूनिया ने कहा की मुख्यमंत्री को शांति मार्च की नौटंकी छोड़कर एक जिम्मेदार राजनेता की तरह व्यवहार करना चाहिए। उनके ऊपर क़ानून व्यवस्था को बनाए रखने की जिम्मेदारी है, लेकिन मुख्यमंत्री सैंवधानिक मर्यादाओं का उल्लघंन कर रहे हैं। उन्हें जोधपुर में हुए हिंसक प्रदर्शन में दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि देश के विभाजन के समय पाकिस्तान में हिन्दुओं सहित अन्य अल्पसंख्यकों की संख्या 23 प्रतिशत थी जो अब घटकर 3 प्रतिशत रह गई है। संशोधित कानून में किसी का अहित नहीं है। मुख्यमंत्री को प्रदेश के लोगों को आश्वस्त करना चाहिए कि प्रदेश की कानून व्यवस्था को किसी भी हालत में नहीं बिगडऩे देंगे। मौके पर सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया, प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज, कोटपूतली विधानसभा क्षेत्र प्रभारी मुकेश गोयल, सुभाष शर्मा आदि उपस्थित थे।