प्रसादी के लिए ये लगती है सामग्री….
पुजारी रोहिताश बोफा, यादराम सिहोड़िया, जयराम जेलदार, शैतान, पूर्व सरपंच बुधराम चनेजा, बनवारी आदि ने बताया कि भैरूंबाबा के 242 क्विंटल चूरमे की प्रसादी बनती है। जिसमें 135 क्विटंल गेंहू का आटा व सूजी, 24 क्विंटल देसी घी, 70 क्विंटल खाण्ड़, 5 क्विटंल मावा, 2 क्विंटल काजू, 2 क्विटंल बादाम, 2 क्विंटल किशमिश व 2 क्विटंल खोपरा मिलाया गया । पीसने के लिए थ्रेसर व मिलाने के लिए जेसीबी की सहायता ली गई।
पुजारी रोहिताश बोफा, यादराम सिहोड़िया, जयराम जेलदार, शैतान, पूर्व सरपंच बुधराम चनेजा, बनवारी आदि ने बताया कि भैरूंबाबा के 242 क्विंटल चूरमे की प्रसादी बनती है। जिसमें 135 क्विटंल गेंहू का आटा व सूजी, 24 क्विंटल देसी घी, 70 क्विंटल खाण्ड़, 5 क्विटंल मावा, 2 क्विंटल काजू, 2 क्विटंल बादाम, 2 क्विंटल किशमिश व 2 क्विटंल खोपरा मिलाया गया । पीसने के लिए थ्रेसर व मिलाने के लिए जेसीबी की सहायता ली गई।
85 हलवाई की टीम….
चूरमे को बनाने के लिए 85 हलवाई की टीम लगी हुई है। इसके अलावा करीब 65 क्विंटल दही तथा 60 क्विंटल दाल बनाई जाती है। दाल बनाने में 30 पीपा सरसों तेल, 5 क्विंटल टमाटर, 2 क्विंटल हरी मिर्ची, 1 क्विंटल हरा धनिया काम में लिया गया था।
चूरमे को बनाने के लिए 85 हलवाई की टीम लगी हुई है। इसके अलावा करीब 65 क्विंटल दही तथा 60 क्विंटल दाल बनाई जाती है। दाल बनाने में 30 पीपा सरसों तेल, 5 क्विंटल टमाटर, 2 क्विंटल हरी मिर्ची, 1 क्विंटल हरा धनिया काम में लिया गया था।
60 किलो पिसी लाल मिर्च….
वहीं मसाला में 60 किलो पिसी लाल मिर्च, 60 किलो हल्दी, 40 किलो जीरा काम में लिया जाता है। दही—चूरमे का भैंरू बाबा के भोग लगाया जाता है। इसके बाद श्रद्धालु प्रसादी पाते हैं। प्रसादी के लिए डेढ़ लाख से अधिक पत्तल व चाय व कॉफी के लिए 4 लाख कप मगवाए गए ।
वहीं मसाला में 60 किलो पिसी लाल मिर्च, 60 किलो हल्दी, 40 किलो जीरा काम में लिया जाता है। दही—चूरमे का भैंरू बाबा के भोग लगाया जाता है। इसके बाद श्रद्धालु प्रसादी पाते हैं। प्रसादी के लिए डेढ़ लाख से अधिक पत्तल व चाय व कॉफी के लिए 4 लाख कप मगवाए गए ।
हेलीकॉप्टर से हुई थी पुष्पवर्षा…
वार्षिकोत्सव पर भण्डारा व दिन के समय धमाल कार्यक्रम आयोजित हुआ । जिसमें अनेक कलाकार धमाल की प्रस्तुति दी । इसके अलावा भैरू बाबा के मन्दिर पर हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा आकर्षण का केन्द्र रही।
वार्षिकोत्सव पर भण्डारा व दिन के समय धमाल कार्यक्रम आयोजित हुआ । जिसमें अनेक कलाकार धमाल की प्रस्तुति दी । इसके अलावा भैरू बाबा के मन्दिर पर हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा आकर्षण का केन्द्र रही।