साथ ही प्रशासन ने लकडी की बल्लियां गाढक़र वार्ड के सभी रास्तें को बंद कर दिया है। ताकि वार्ड में कोई भी व्यक्ति आवागमन नहीं कर सके। रामगंज निवासी युवक के शाहपुरा आने की खबर से कस्बे में गुरुवार को लोग सुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह से घरों में कैद हो गए, जिससे सन्नाटा पसरा रहा।
इधर, चिकित्सा विभाग की टीम ने युवक को संदिग्ध मानते हुए जांच कर गुरुवार को जयपुर रैफर कर दिया। हालांकि चिकित्सकों ने बताया कि जांच में अभी तक युवक स्वस्थ पाया गया है। उल्लेखनीय है कि बीती रात को प्रशासन को रामगंज जयपुर से कोरोना संदिग्ध एक युवक के चोरी छिपे वार्ड संख्या 9 में छिपे होने की सूचना मिली थी। पुलिस व प्रशासन ने कस्बे के वार्ड संख्या 9 में छानबीन करते हुए एक मकान में दबिश देकर छिपे युवक को पकड़ा था।
इधर, पुलिस प्रशासन ने देवन गांव में भी हरमाड़ा में रहने वाले जांगीर नाम के व्यक्ति को पकड़ा है। चिकित्सकों की टीम ने स्क्रीनिंग कर उसे भी जयपुर रैफर कर दिया। वह 5-6 साल से जयपुर में मजदूरी कर रहा था। दो दिन पहले ही वह अपने गांव देवन आया था। उसके भी रामगंज निवासी होने की खबर फैलने से पुलिस ने तत्काल नाकेबंदी कर तलाशी शुरू की, जिस पर देर रात को वह देवन गांव में मिला। अभी तक जयपुर से दोनों की जांच रिपोर्ट नहीं आई है।
पुलिस के मुताबिक संभवतया पकड़ा गया युवक रामगंज में कई लोगों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद खौफ के चलते जयपुर से शाहपुरा खुद में ससुराल में आकर छिप गया। वह 27 मार्च को आया था और तब से शाहपुरा में ही रह रहा था। हालांकि पकड़ा गया युवक जांच में स्वस्थ मिला है, लेकिन उसे संदिग्ध मानते हुए जांच के लिए जयपुर रैफर कर दिया।
वार्ड के सभी लोगों की स्क्रीनिंग की
चिकित्सा विभाग की टीम ने गुरुवार को वार्ड के सभी लोगों की स्क्रीनिंग की। बीसीएमओ डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि वार्ड के सभी लोगों की जांच की गई है। सभी लोग स्वस्थ है। फिर उन्हें 14 दिन तक घरों में रहने की हिदायत दी है। इसके अलावा चिकित्सकों टीम नियमित निगरानी भी रखेगी।