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कोरोना, टिड्डी दल अब बघेरा का भय

locationबस्सीPublished: May 25, 2020 10:51:53 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

टिड्डी नियंत्रण को लेकर किया सतर्क, कार्मिकों को मुख्यालय पर ठहरने के निर्देश, सहायक निदेशक ने जयपुर जिले में टिड्डी दल के आने से सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को मुख्यालय पर रहने के लिए पाबंद किया

कोरोना, टिड्डी दल अब बघेरा का भय

कोरोना, टिड्डी दल अब बघेरा का भय

शाहुपरा। किसानों और ग्रामीणों के साथ आमजन पर संकट के बादल छटने का नाम नहीं ले रहे हैं। कोरोना संक्रमण के साथ लॉकडाउन झेल रहे शहरी से ग्रामीण लोगों को टिड्डी दल के साथ ही बघेरे का भी भय सताने लगा है। टिड्डी दल किसानों की फसलों को चट कर रहा है तो बघेरा रहवासी क्षेत्रों में पहुंचकर मवेशियों का शिकार बना रहे हैं। बघेरे ने गत रात एक बकरी को शिकार बनाया तो महिला की जान बच गई।
मुख्यालय पर रहने के लिए किया पाबंद
टिडडी नियंत्रण को लेकर कस्बे के सहायक निदेशक कृषि विस्तार कार्यालय में सहायक निदेशक सरदारमल यादव की अध्यक्षता में सोमवार को कृषि अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई। बैठक में सहायक निदेशक ने जयपुर जिले में टिड्डी दल के आने से सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को मुख्यालय पर रहने के लिए पाबंद किया। उन्होंने कहा कि सभी कार्मिक मुख्यालय पर रहकर किसानों से संपर्क बनाते हुए टिडडी दल की सूचना समय-समय पर देते रहें। जिससे इलाके में आने पर समय रहते खदेड़ा जा सके।
टिड्डी दल की सूचना देने को कहा
सहायक कृषि अधिकारियों को टिड्डी दल के ठहराव की स्थिति में उपखण्ड अधिकारी व ग्राम पंचायत को सरपंच को सूचना देने, स्प्रे व पानी के टैंकर की व्यवस्था दिन में करने के निर्देश दिए। ताकि रात को टिडडी दल बैठने पर नियंत्रण किया जा सके। इस दौरान सोशल डिस्टेंङ्क्षसग का पालन करते हुए बैठक में कृषि अधिकारी और सहायक कृषि अधिकारी शामिल हुए।
बघरे ने बकरी का किया शिकार
ग्राम पंचायत सोठाना में पिछले कई माह से बघेरे की आवाजाही से ग्रामीण भयभीत है। गोपीपुर में रविवार शाम करीब 8 बजे बघेरा बाड़े की 7 फीट की ऊंची दीवार को फांदकर बकरी का शिकार कर गया। घटना के दौरान बाड़े में बंधे अन्य जानवरों को चारा डालने आई महिला मांगीदेवी बाल बाल बच गई। सोमवार को वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी लेकर बघेरे को पकडऩे के लिए पिंजरा लगाया। पूर्व सरपंच लालचंद शर्मा ने बताया कि विराटनगर-पावटा रोड स्थित भीमसेन डूंगरी के पास बसे गांव गोपीपुर व आसपास के क्षेत्र में करीब ६ माह से बघेरे की आवाजाही हो रही है। पूर्व में बघेरा पावनधाम गौशाला में भी घुसकर मवेशियों का शिकार कर चुका है। पशु चिकित्सकों ने बकरी का पोस्टमार्टम किया।
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