ऐसा ही कानोता व बगराना पंचायत के राशन डीलरों के कारनामे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है। हालांकि इस सब कारनामों की अभी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन फिर भी एसडीएम रामकुमार वर्मा ने लोगों की शिकायत पर कानोता के राशन डीलरों के गोदाम का औचक निरीक्षण किया। उन्हें नियमानुसार कार्य करने के लिए कहा। साथ ही शिकायत की पुष्टि होने पर कार्यवाही करने व लाइसेंस रद्द करने को चेताया।
जानकारी अनुसार बगराना स्थित राशन डीलर द्वारा लॉकडाउन में घर घर नहीं जाकर दुकानों के बाहर भीड़ जमाकर उपभोक्ताओं को मनमर्जी से गेहूं वितरण करने व ओटीपी के माध्यम से हेराफेरी करने के आरोप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे। कानोता के राशन डीलर द्वारा घरों में राशन पहुंचाने के लिए प्रत्येक राशन कार्ड उपभोक्ताओं से 10-10 रुपए लेने की शिकायत सोशल मीडिया पर वायरल हुई। एसडीएम कार्यालय में शिकायतें भी पहुंची।
ग्रामीणों की शिकायत पर एसडीएम ने तत्काल कानोता क्षेत्र में पहुंचकर राशन डीलरों द्वारा किए जा रहे राशन वितरण का प्रणाली का निरीक्षण किया। इस दौरान राशन की दुकानों पर लगी लम्बी लम्बी कतारों में भीड़ देखकर एसडीएम ने तत्काल प्रभाव से लोगों को अपने घरों में जाने के लिए कहा। एसडीएम ने डीलरों को नियमानुसार कार्य करने तथा कार्य में सुधार करने के लिए पाबंद किया। डीलरों को घर घर जाकर लोगों को राशन पहुंचाने के निर्देश दिए। इसमें ग्राम पंचायत सचिव की ओर से व्यवस्था की जाएगी।
क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने डीलरों को सचेत किया कि जिन लोगों के मोबाइल में ओटीपी नहीं आ रहा उन सभी उपभोक्ताओं को आधार नंबर से राशन उपलब्ध करवाया जाए। साथ ही जिन लोगों के नाम सूची में नहीं है वे सभी लोग ग्राम पंचायत के माध्यम से अपना नाम खाद्य सूची में जुड़वा सकते हैं।