चिकित्सकीय फर्ज को नमन
रामकुंवार ने बताया कि पहले दिल्ली एयरपोर्ट पर देश विदेश से आए भारतीयों की स्क्रीनिंग की ओर अब हॉस्पिटल में सेवा दे रहे हैं । लगातार तीन माह से अधिक समय से बाहर रहने पर परिजन चिंतित जरूर हैं, लेकिन वह भी चिकित्सकीय फर्ज को नमन करते हुए हौसला बढ़ा रहे हैं।
रामकुंवार ने बताया कि पहले दिल्ली एयरपोर्ट पर देश विदेश से आए भारतीयों की स्क्रीनिंग की ओर अब हॉस्पिटल में सेवा दे रहे हैं । लगातार तीन माह से अधिक समय से बाहर रहने पर परिजन चिंतित जरूर हैं, लेकिन वह भी चिकित्सकीय फर्ज को नमन करते हुए हौसला बढ़ा रहे हैं।
पत्नी के पास दोहरी जिम्मेदारी
जीतरवाल की पत्नी भी पीएचसी चंदवाजी में नर्सिंगकर्मी हैं। दोनों पति-पत्नी अपने घर परिवार को छोड़कर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। वहीं जीतरवाल की पत्नी चिकित्सा सेवा के साथ अपने तीन माह के बच्चे का सुरक्षा के साथ पालन-पोषण कर रही है। रवीना ने बताया कि वह पीएचसी से लौटकर नहाने के बाद खुद को सेनेटाइज कर बच्चे को दूध पिलाती है। उसने बताया कि दिन में सास बच्चे को संभालती है।
जीतरवाल की पत्नी भी पीएचसी चंदवाजी में नर्सिंगकर्मी हैं। दोनों पति-पत्नी अपने घर परिवार को छोड़कर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। वहीं जीतरवाल की पत्नी चिकित्सा सेवा के साथ अपने तीन माह के बच्चे का सुरक्षा के साथ पालन-पोषण कर रही है। रवीना ने बताया कि वह पीएचसी से लौटकर नहाने के बाद खुद को सेनेटाइज कर बच्चे को दूध पिलाती है। उसने बताया कि दिन में सास बच्चे को संभालती है।