चैत्र शुक्ल प्रतिपदा बुधवार से भारतीय नवसंवत्सर शुरू हो गया। इस बार नया साल सभी लोगों के लिए नए संकल्प के साथ शुरू हुआ है। वैश्विक महामारी से मुकाबला करने के लिए असली परीक्षाएं शुरू हो गई है। यह बात एडीएम, कोटपूतली सत्यवीर यादव ने कही। उन्होंने कहा कि राज्य में पहले से लॉकडाउन जारी था। अब प्रधानमंत्री के 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा में यह स्पष्ट हो गया कि लॉकडाउन कफ्र्यू जैसा ही होगा। लोग घर पर ही रहे और सब वस्तुओं की सप्लाई हर नागरिक को मिले यह प्रशासन सुनिश्चित करेगा। कोरोना वायरस की गंभीरता को समझना हर व्यक्ति को जरूरी है।
एसडीएम, कोटपूतली नानूराम सैनी ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क है, लेकिन लोग अभी तक इसकी भयावहता को लेकर बेपरवाह है। वायरस के संक्रमण के फैलाव व इससे होने वाले दुष्परिणाम को नहीं समझ रहे हैं। बाजारों व फल सब्जी मण्डी में बेवजह आकर लॉकडाउन के प्रयास को कमजोर कर रहे हैं। आवश्यक वस्तुओं की परेशानी नहीं हो इसके लिए प्रशासन ने दुकानें खुली रखने की छूट प्रदान की है। रसद सामग्री की कोई कमी नहीं है। इसलिए लोग इनका अधिक स्टॉक नहीं करें।
सरकार के लॉक डाउन के आदेशों के बाद कस्बे में किराणा व्यवसायियों में जागरुकता देखने को मिली और दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग कि पालना करते नजर आए। दुकानदारों ने अपनी दुकानों के बाहर एक-एक मीटर की दूरी पर गोले बनाए। भीड़भाड़ होने पर दूरी बनाए रखने के लिए उपभोक्ताअेां से गोले में खड़े रहने की अपील कर रहे हैं। बाजार में आवश्यक सामान लेने आए मिथलेश सैनी ने बताया कि वे आज तीन दिन बाद बाजार आए हैं, प्रशासन जो भी प्रयास कर रहा है,वो हमारी सुरक्षा के लिए ही है। किराणा व्यवसायी भीम सैनी ने बताया कि उनकी दुकान पर कोई भी ग्राहक आने पर सबसे पहले उसके हाथ सेनेटाइज करवाये जाते हैं।