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बाहरी बदमाश अपराध कर फरार हो जाए तो पुलिस के लिए ढूंढना मुश्किल

locationबस्सीPublished: Mar 17, 2020 02:52:59 pm

Submitted by:

Satya

फरार होने के बाद लकीर पीटती रह जाती है पुलिस

बाहरी बदमाश अपराध कर फरार हो जाए तो पुलिस के लिए ढूंढना मुश्किल

बाहरी बदमाश अपराध कर फरार हो जाए तो पुलिस के लिए ढूंढना मुश्किल


शाहपुरा/आंतेला।
अनजान व्यक्ति की ओर से घर के किसी सदस्य के बारे में पूछताछ करने पर उस व्यक्ति की तस्दीक तो हम अच्छी तरह करते हैं, लेकिन बाहरी व्यक्ति को घर में किराएदार रखते समय उसका पुलिस सत्यापन तो दूर आईडी तक लेने की जहमत नहीं उठाते। ऐसे में कोई अपराध को अंजाम देकर फरार हो जाए तो पुलिस के लिए भी उसे ढूंढना तक मुश्किल हो जाता है।
विडम्बना तो यह कि अधिकारियों के आदेशों के बावजूद पुलिस ने भी सत्यापन का अभियान ठंडे बस्ते में डाल रखा है। लाख कोशिशों के बावजूद पुलिस की लचर कार्यशैली और मकान मालिकों की अनदेखी के चलते सत्यापन अभियान कागजों में ही निपटाया जा रहा है। जब अपराध होता है तो पता लगता है कि आरोपी तो वर्षों से क्षेत्र में रह रहा था और उसके मकान मालिक को पता-ठिकाना तक नहीं मालुम।
जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में कोटपूतली से लेकर चंदवाजी तक नेशनल हाईवे स्थित होटल ढाबों व शाहपुरा के औद्योगिक क्षेत्र में बड़ी संख्या में प्रदेश व बाहरी राज्यों बिहार, यूपी, बंगाल, कर्नाटक, हरियाणा के लोग कार्य करते हैं और क्षेत्र में किराए के मकानों में रहते हैं। इसके अलावा चंदवाजी, अचरोल क्षेत्र में तीन यूनिवर्सिटी होने से यहां भी बड़ी संख्या में बाहरी छात्र व लोग किराए पर रहते हैं। इनका पुलिस सत्यापन नहीं के बराबर है।
मकान मालिकों द्वारा किरायदारों का सत्यापन नहीं कराने से वारदात के बाद आपराधिक किस्म के लोगों का खुलासा करना बड़ा मुश्किल कार्य होता है। लूट, अपहरण, चोरी जैसी अन्य गतिविधियां सामने आने और इन अपराधों में बाहरी लोगों का हाथ होने के मामले सामने आने के बाद भी किराएदारों के सत्यापन के काम में ढिलाई बरती जा रही है।

मकान मालिक भी नहीं करा रहे सत्यापन
लोग घरों व प्रतिष्ठानों में किराएदार, घरेलू नौकर, चालक, चौकीदार, निजी कर्मचारी एवं सैल्समैन रखते हैं, लेकिन इनका पुलिस सत्यापन नहीं करवा रहे। यहां शाहपुरा, कोटपूतली सहित कई जगह विभिन्न उत्पादों की फैक्ट्रियों और जयपुर दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर संचालित होटल- ढाबों व क्रेशर पर बड़ी संख्या में हरियाणा, बिहार, यूपी, बंगाल समेत अन्य राज्यों के लोग काम कर रहे है। चंदवाजी क्षेत्र में निजी युनिवर्सिटी में भी अन्य प्रदेशों के विद्यार्थी अध्ययरत है। जो किराए पर रह रहे है। जिनका अधिकांश का पुलिस सत्यापन नहीं है। मालिक भी इसमें रूचि नहंी ले रहे।
घर बैठे सत्यापन में भी परेशानी

लोग सत्यापन अब घर बैठे भी कर सकते हैं। पुलिस की बेव साइट्स एवं राज कॉर्प से कोई भी घर बैठे सत्यापन कर सकता है। इसके लिए संबंधित का फोटो, नाम, मोबाइल नम्बर, घर का स्थाई एवं कार्यस्थल का पता भरना पड़ता है। इसके बाद पुलिस की ओर से स्वयं अपने स्तर से उसका सत्यापन कर लिया जाता है, लेकिन इसमें भी लोग दिलचस्पी नहंी ले रहे।

ई-मित्र से भी कर सकते हैं सत्यापन


पुलिस सत्यापन ई-मित्र से भी किया जा सकता है। ई-मित्र से ऑन लाइन आवेदन कर संबंधित की सभी जानकारियां भरनी पड़ती है। इसके बाद पुलिस करीब सप्ताहभर में तस्दीक कर अपने स्तर से सत्यापन करती है। इस जांच में अपराधिक रिकॉर्ड से लेकर चाल-चलन एवं चरित्र के बारे में भी पूरी जानकारी आ जाती है। इसके लिए मकान मालिक को आगे आकर पहल करनी चाहिए।
केस 1

नेपाली नौकर ने की थी लूट

वर्ष 2016 में शाहपुरा थाना क्षेत्र के चतरपुरा स्थित श्याम मंदिर में नेपाल निवासी एक व्यक्ति काफी दिनों से रोटी बनाने का काम कर रहा था। अपने अन्य साथियों के साथ मंदिर के महंत समेत अन्य लोगों के खाने में नशीली दवा मिलाकर लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया था। पुलिस ने काफी मशक् कत के बाद मामले में तीन नेपालियों को गिरफ्तार किया था।
केस 2
नाबालिग को भगा ले गया था यूपी निवासी
शाहपुरा थाना क्षेत्र में भाबरू फैक्ट्री में काम करने वाला यूपी निवासी एक जना वर्ष 2017 में नाबालिग लडक़ी को भगाकर ले गया था। बिना पुलिस सत्यापन के वह भाबरू में रहता था। पुलिस को उसे ढूंढने में पसीने आ गए। इस वारदात के कुछ दिन बाद ही यूपी निवासी एक किराएदार भी क्षेत्र की एक युवती को भगा ले गया था। उसे भी ढूंढने में पुलिस को पसीने आ गए थे।

केस 3
बैंकों व एटीएम से आए दिन हो रही घटनाएंबैंकों व एटीएम से भी आए दिन रुपयों से भरे बैग पार होने की घटनाएं हो रही है। पिछले दिनों शााहपुरा के एसबीआई बैंक में रुपए जमा करवाने आए लोगों से कई घटनाएं हुई। उन वारदातों में भी बाहरी लोग शामिल थे। वर्ष 2016 में कस्बे के रीको क्षेत्र में सिलेण्डर में गैस रिसाव से हुए हादसे के शिकार लोग भी बाहरी थे। इन्होंने भी पुलिस सत्यापन नहीं करवा रखा था।
केस 4
महिला की कर दी थी हत्याकरीब तीन साल पहले चंदवाजी थाना इलाके के बाल्याकाला गांव में खेत में पशु चरा रही महिला की हत्या कर बदमाश दोनों पांव काटकर चांदी की कडियां निकाल ले गए थे। मामले में आरोपी ताला मोड़ स्थित एक निजी यूनिवर्सिटी में काम करता था और चंदवाजी क्षेत्र में किराए पर रह रहा था। सत्यापन के अभाव में उसे पकडऩे में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
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इनका कहना है—-क्षेत्र में रह रहे बाहरी लोगों का पुलिस सत्यापन करने के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं। वर्तमान में पुलिस सत्यापन किया जा रहा है। भवन मालिक भी बाहरी लोगों को किराए पर घर एवं दुकान देने से पहले इसकी सूचना पुलिस को दें, तो पुलिस को सहूलियत होगी। —–नेहा अग्रवाल, पुलिस उपाधीक्षक, शाहपुरा।
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