ग्राम विकास अधिकारियों और सरपंचों के एक साथ आंदोलन करने से प्रशासन गांवों के संग अभियान पहले ही दिन प्रभावित हो सकता है। विभिन्न मांगों को लेकर राजस्थान ग्राम विकास अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष महावीर शर्मा के आह्वान पर चल रहे प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत शाहपुरा पंचायत समिति क्षेत्र के ग्राम विकास अधिकारी दूसरे दिन शुक्रवार को भी सामुहिक अवकाश पर रहकर पंचायत समिति के सामने धरने पर बैठे रहे।
उपशाखा शाहपुरा अध्यक्ष ईश्वर सिंह व उपशाखा मंत्री राकेश सिंह निर्वाण ने बताया कि संगठन के प्रदेश व्यापी आह्वान पर ग्राम विकास अधिकारियों का आंदोलन चल रहा है। इसके तहत शाहपुरा पंचायत समिति क्षेत्र के सभी ग्राम विकास अधिकारी 1 अक्टूबर को सामूहिक अवकाश पर चले गए थे। ग्राम विकास अधिकारियों ने अवकाश पर रहकर अनिश्चितकालीन कलम बन्द असहयोग आंदोलन प्रारम्भ करते हुए पंचायत समिति के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर विजय कुमार घोसल्या, शंकरलाल डोडवाडिया, प्रवीण गजराज, सोहनलाल सामरिया, महेश कुमार बालोटिया, अशोक कुमार मीणा, बृजेश कुमार शर्मा, सीताराम यादव, रामधन जलुथरिया, प्रमोद कुमार मीणा , ओमप्रकाश शर्मा, जितेंद्र सिंह, मणिकांत मिश्र, फुलचंद रेवाड सहित पंचायत समिति क्षेत्र के सभी ग्राम विकास अधिकारी यहां धरने पर बैठे रहे।
ग्राम विकास अधिकारियों की यह है मांगे
राकेश सिंह निर्वाण ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी वेतन विसंगति को दूर करने, रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती करने, 5 वर्षों की लंबित पदोन्नति करने, विशेष भत्ता एवं अतिरिक्त पंचायत प्रभार भत्ते जारी करने, जिले से बाहर स्वैच्छिक स्थानांतरण नीति जारी करने, डीआरडीए कार्मिकों का समायोजन करने सहित 11 सूत्री मांगों को पूरा करने को लेकर आंदोलनरत है। ग्राम विकास अधिकारियों ने कहा कि मांगें नहीं मानने तक शिविरों का बहिष्कार रहेगा।
सरपंचों ने भी शिविरों के बहिष्कार की दी चेतावनी
इधर, सरपंच संघ के प्रदेश संगठन के आह्वान पर ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने भी पूर्व में हुए समझौते और मांगों को लेकर प्रशासन गांवों के संग अभियान का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। शाहपुरा के सरपंचों ने सरपंच संघ अध्यक्ष रामचन्द्र देवंदा के नेतृत्व में इस संबंध में मुख्यमंत्री के नाम विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। सरपंचों ने बताया कि ६ मार्च को हुए लिखित समझौते को ६ माह बाद भी लागू नहीं किया गया। इसको लेकर प्रदेशभर के सरपंचों ने अभियान शिविरों में किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं करने का फैसला किया है। इस मौके पर मदन सिंह शेखावत, संतोष गुर्जर, रामसिंह जाट, मांगी देवी, राजेन्द्र कुमार, अनिल त्रिवेदी सहित कई सरपंच मौजूद थे।