ग्रामीणों ने बताया कि गांव में निवासित अधिकतर लोग किसान एवं मजदूर वर्ग से है, जिनका जीवन यापन का साधन पशुपालन है। ऐसे में यहां लोगों के सामने पशुओं को पानी पिलाने की गंभीर समस्या खड़ी हो गई। ग्रामीण निजी टैंकर संचालकों से मुंह मांगी कीमत पर पानी के टैंकर डलवा रहे है। गांव की पेयजल समस्या को लेकर पूर्व में मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवा चुके है, लेकिन यहां भी परिणाम ढाक के तीन पात ही निकला। सुशीला देवी सरपंच ग्राम पंचायत सोठाना ने बताया कि नए बोरिंग करवाने के लिए जलदाय विभाग को अवगत कराया गया है, शिघ्र ही ग्रामीणों की समस्या का समाधान किया जाएगा।