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Shahpura : त्रिवेणीधाम में झूला महोत्सव मे उमड़े श्रद्धालु, भजनों पर जमकर किया नृत्य

locationबस्सीPublished: Aug 10, 2019 06:24:44 pm

Submitted by:

Satya

 
-श्रीमदभागवत कथा सुनने उमड़े श्रद्धालु, सजाई जीवंत झांकियां

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Shahpura : त्रिवेणीधाम में झूला महोत्सव मे उमड़े श्रद्धालु, भजनों पर जमकर किया नृत्य

त्रिवेणीधाम में झूला महोत्सव मे उमड़े श्रद्धालु, भजनों पर जमकर किया नृत्य

शाहपुरा।
क्षेत्र के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल त्रिवेणी धाम में खोजीद्वाराचार्य संत रामरिछपाल दास महाराज के सानिध्य में चल रहे 15 दिवसीय झूला महोत्सव में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा। झूला महोत्सव में भगवान ठाकुर जी महाराज की पूजा अर्चना कर व आरती उतारकर मन्दिर में स्थित झूला महल में झूलों में विराजमान करके झूलों मे झुलाया।

संतों के साथ मन्दिर में भक्तों ने भी भगवान ठाकुर जी महाराज को झूला झुलाकर व धोक लगाकर आशीर्वाद लिया तथा खुशहाली की कामना की।
झूला महोत्सव में श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी व संत रामरिछपाल दास महाराज के धोक लगाकर खुशहाली की कामना की।

भजनों की प्रस्तुति ने किया मंत्रमुग्ध

मन्दिर में झूला महोत्सव में गायक कलाकारों ने सावन का आया महिना, झूले राधा नन्द किशोर, झूला तो पड़ गए अम्बुआ की डाल पर, झूला झूले रे बनवारी आगी सावन की रमझोल, त्रिवेणी के तट पर झूले मनमोहन घनश्याम सहित अन्य भजनों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। झूला महोत्सव में आयोजित भजनों पर श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया।
इसके बाद संत रामरिछपाल दास महाराज ने मंदिर में भगवान ठाकुर जी की आरती उतारकर श्रदालुओं को प्रसादी वितरित की। इस दौरान मन्दिर में अवधपुरी धाम के बनारसी दास महाराज, पुजारी रघुनंदनदास महाराज, रामचरण दास महाराज, राजूदास महाराज, साध्वी सुनिता बहन, पूरण मल शर्मा, महेश शर्मा, भक्त राजेन्द्र दादरवाल, कैलाश चन्द मीणा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
श्रीमदभागवत कथा सुनने उमड़े श्रद्धालु, सजाई जीवंत झांकियां

शाहपुरा के पास ग्राम देवन में चल रही श्रीमद् भागवत कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। कथा में कथावाचक पंडित नरेंद्र पाराशर ने भगवान शंकर का नंद भवन जाना, पूतना का उद्धार, माखन चोरी की लीला, दामोदर लीला सहित कई प्रसंग सुनाए।

इस दौरान कथा वाचक ने अघासुर का उद्धार, ब्रह्मा जी का मोह, कालिया मर्दन, वेणु गीत चीर हरण और अंत में गिरिराज पूजन की कथा को बड़े ही भावविभोर होकर वर्णित किया। जिसे सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। संगीतमय कथा सुनकर श्रद्धालु भी नाच उठे।

कथा के दौरान भगवान भोलेनाथ की सजीव झांकी, माखन चोरी की लीला व गिरिराज महाराज की सजीव झांकी सजाई गई। झांकियां आकर्षण का केन्द्र रही। भागवत कथा में देवन, बड़ोदिया, शाहपुरा, माधव का बास, लोबड़ावास सहित दूर- दूर से भक्तगण आ रहे हैं ।
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