कलक्टर के आदेश हवा…
जयपुर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में शादी-विवाह हो या अन्य कोई सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम तेज आवाज में (DJ) डीजे के बजाने से न सिर्फ विधार्थियों को बल्कि बुजुर्गों और रोगियों को कानफोडू आवाज के कारण खासी तकलीफ होती थी। ऐसे में जयपुर जिला कलक्टर की ओर से (DJ) डीजे या तेज आवाज में बजाए जाने वाले ध्वनि यंत्रों को जयपुर जिले में निषेध किया था। ऐसे में बिना अनुमति तीव्र ध्वनि विस्तारक यंत्रों या डीजे का इस्तेमाल करना दंडनीय अपराध है। इसके बाद भी कई जगह देर रात तक (DJ) डीजे बजाए जा रहे है।
जयपुर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में शादी-विवाह हो या अन्य कोई सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम तेज आवाज में (DJ) डीजे के बजाने से न सिर्फ विधार्थियों को बल्कि बुजुर्गों और रोगियों को कानफोडू आवाज के कारण खासी तकलीफ होती थी। ऐसे में जयपुर जिला कलक्टर की ओर से (DJ) डीजे या तेज आवाज में बजाए जाने वाले ध्वनि यंत्रों को जयपुर जिले में निषेध किया था। ऐसे में बिना अनुमति तीव्र ध्वनि विस्तारक यंत्रों या डीजे का इस्तेमाल करना दंडनीय अपराध है। इसके बाद भी कई जगह देर रात तक (DJ) डीजे बजाए जा रहे है।
शादियों का सीजन…
शादियों का सीजन होने से देर रात तक डीजे बजते रहते हैं। ऐसे में मैरिज गार्डनों के आसपास रहने वाले विधार्थियों (Students) को पढ़ाई (Exam) करने में जहां परेशानी आ रही है। वहीं डीजे की तेज आवाज बीमारियां भी बांट रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद रात 10 बजे बाद न तो डीजे साउंड पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है और ना ही लाउडस्पीकर बंद करवाए जा रहे हैं। इससे पढ़ाई तो दूर लोगों की नींद उड़ रही है।
शादियों का सीजन होने से देर रात तक डीजे बजते रहते हैं। ऐसे में मैरिज गार्डनों के आसपास रहने वाले विधार्थियों (Students) को पढ़ाई (Exam) करने में जहां परेशानी आ रही है। वहीं डीजे की तेज आवाज बीमारियां भी बांट रही है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद रात 10 बजे बाद न तो डीजे साउंड पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है और ना ही लाउडस्पीकर बंद करवाए जा रहे हैं। इससे पढ़ाई तो दूर लोगों की नींद उड़ रही है।
शिकायत करने में आड़े आ रहे संबंध….
जानकारी के अनुसार लोगों की मजबूरी यह भी है कि आपसी संबंध व खुशियों में खलल न पड़े, इसलिए कोई शिकायत भी नहीं करता। डीजे का तेज शोर ध्वनि प्रदूषण में आता है। इसके साथ सड़क पर रोजाना ट्रैफिक जाम के हालात बन रहे हैं। डीजे की तेज आवाज से उच्च रक्तचाप, माइग्रेन, अनिद्रा, बहरापन, चिड़चिड़ापन जैसी बीमारियों का भी खतरा रहता है।
जानकारी के अनुसार लोगों की मजबूरी यह भी है कि आपसी संबंध व खुशियों में खलल न पड़े, इसलिए कोई शिकायत भी नहीं करता। डीजे का तेज शोर ध्वनि प्रदूषण में आता है। इसके साथ सड़क पर रोजाना ट्रैफिक जाम के हालात बन रहे हैं। डीजे की तेज आवाज से उच्च रक्तचाप, माइग्रेन, अनिद्रा, बहरापन, चिड़चिड़ापन जैसी बीमारियों का भी खतरा रहता है।