भूरथल समेत आसपास के क्षेत्रों में हजारे के अलावा अनेक प्रकार के फूलों की खेती सैकड़ों बीघा में होती है। कई किसानों के परिवारों की रोजी-रोटी इनकी के कारण ही चलती है। लॉकडाउन के चलते फूल नहीं बिकने से इनके सामने आर्थिक संकट आ गया। भूरथल निवासी किसान रामअवतार सैनी ने बताया बड़ी उम्मीद से हजारे के फूल लगाए थे, लॉकडाउन ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
हजारा, दाऊदी, गेंदा समेत अनेक प्रकार के फूलों सहित कोलकाता वाले हजारे का भी उत्पादन होता है। यह फूल महंगा आता है। इसका पौधा कोलकाता से ही आता है। किसान जयपुर के जनता मार्केट स्थित फूल व चौमूं मंडी में फूल भेजते थे, लेकिन लॉकडाउन सब बंद हैं।
भूरथल समेत आसपास के क्षेत्रों में फूलों का करोड़ों का कारोबार होता है। फूल नहीं बिकने से एक करोड़ के लगभग का नुकसान भूरथल क्षेत्र के किसानों का हुआ है।