ढाणी निवासी मालीराम योगी, सुल्तान, धूणीलाल सहित कई लोगों ने बताया कि जोगियों की ढाणी में पेयजल आपूर्ति के लिए ढाणी के कुद दूर बोरिंग लगा हुआ है। बोरिंग से जोगियों की ढाणी में स्थित पेयजल टंकी तक करीब 1 किमी आ रही पाइप लाइन में कुछ लोगों ने कनेक्शन कर रखे है। जिसके कारण बोरिंग से टंकी तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। टंकी में पानी नहीं आने से पेयजल सप्लाई बाधित हो रही है। बहुत कम मात्रा में नलों से होने वाली पेयजल सप्लाई से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है।
यह समस्या लम्बे समय से बनी हुई है। पेयजल किल्लत के चलते लोगों को निजी खर्चे से टैंकर मंगाने पड रहे हैं। इस संबंध में ग्राम पंचायत सरपंच ने पूर्व में भी समझाइश का प्रयास किया था, लेकिन अभी स्थायी समाधान नहीं हो सका है।
दूसरी ढाणी में भी पेयजल संकट, वॉल्व लगे तो समस्या का हो सकता है समाधान उल्लेखनीय है कि पास की कुरब्याला की ढाणी में भी पेयजल समस्या व्याप्त है। ऐसे में उक्त ढाणी के लोगों द्वारा इस बोरिंग की लाइन से पाइप लाइन के जरिए पेयजल ले जाने के समय भी ढाणीवासियों ने विरोध जताया था।
उस दौरान राजस्थान पत्रिका ने 25 जून के अंक में दूसरी ढाणी में पानी ले जाने का प्रयास, गुस्साए ग्रामीणों ने एसडीएम व सरपंच को सौंपा ज्ञापन शीर्षक समाचार प्रकाशित कर बाशिन्दों को पेयजल समस्या को उजागर किया था। इसके बावजूद अभी तक पेयजल संकट गहराया हुआ है। यदि यहां वॉल्व लगा दिया जाए तो भी अलग-अलग समयावधि के अंतराल में दोनों जगह पेयजलापूर्ति हो सकती है। जिससे आमजन को पेयजल संकट से निजात मिल सकती है।
इधर, इस मामले में ग्राम पंचायत कांट के सरपंच रामसिंह जाट ने ग्रामीणों से समझाइश भी की है। ताकि पेयजल संकट का समाधान हो सके और सभी को समान रूप से पेयजलापूर्ति हो सके।
सरपंच रामसिंह जाट ने बताया कि इस मामले में ढाणी के बाशिन्दों से एक दिन पहले समझाइश की है। शीघ्र ही पेयजल समस्या का समाधान किया जाएगा।
सरपंच रामसिंह जाट ने बताया कि इस मामले में ढाणी के बाशिन्दों से एक दिन पहले समझाइश की है। शीघ्र ही पेयजल समस्या का समाधान किया जाएगा।
इसी प्रकार विराटनगर के गुर्जरपुरा गांव में भी पेयजल समस्या बनी हुई है।