फेट में 30 पैसों में कटौती…
स्थिति यह है कि बाजार में चारे के भाव एकाएक बढ़कर मण (40 किलो) के हिसाब से 425 रुपए से अधिक बोले जा रहे हैं, जबकि क्षेत्र में संचालित डेयरियों ने प्रति फेट में 30 पैसों में कटौती कर दी है। किसानों ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में महंगाई चरम पर है और प्राकृतिक आपदाएं भी परेशानी खड़ी कर रही है। हाल ही में ओलावृष्टि से सब्जियों में भारी नुकसान हुआ है और अब चारे एवं पशुआहार के भाव एकाएक बढ़ गए हैं। महंगाई बढ़ने से किसानों के सामने बाजार में पशुआहार सहित अन्य सामानों की उधारी चुकाने में परेशानी खड़ी हो गई है। करीब 15 दिन पहले गेहूं के चारे के भाव 350 रुपए मण बोले जा रहे थे। जबकि वर्तमान में 420 से 430 रुपए प्रति मण के हो गए है, यही हाल पशुआहार के है। प्रत्येक पशुआहार में 10 से 20 फीसदी बढोत्तरी हो गई है।
स्थिति यह है कि बाजार में चारे के भाव एकाएक बढ़कर मण (40 किलो) के हिसाब से 425 रुपए से अधिक बोले जा रहे हैं, जबकि क्षेत्र में संचालित डेयरियों ने प्रति फेट में 30 पैसों में कटौती कर दी है। किसानों ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में महंगाई चरम पर है और प्राकृतिक आपदाएं भी परेशानी खड़ी कर रही है। हाल ही में ओलावृष्टि से सब्जियों में भारी नुकसान हुआ है और अब चारे एवं पशुआहार के भाव एकाएक बढ़ गए हैं। महंगाई बढ़ने से किसानों के सामने बाजार में पशुआहार सहित अन्य सामानों की उधारी चुकाने में परेशानी खड़ी हो गई है। करीब 15 दिन पहले गेहूं के चारे के भाव 350 रुपए मण बोले जा रहे थे। जबकि वर्तमान में 420 से 430 रुपए प्रति मण के हो गए है, यही हाल पशुआहार के है। प्रत्येक पशुआहार में 10 से 20 फीसदी बढोत्तरी हो गई है।
ओलावृष्टि से फसलें हो गई थी चौपट…
हाल ही ओलावृष्टि और पाले से टमाटर, मिर्च, मटर और गोभी की सब्जियों में भारी नुकसान हुआ है। उद्यान विभाग कार्यालय चौमूं से मिले आंकड़ों के मुताबिक टमाटर में 675 हैक्टेयर में से 255 हैक्टेयर में नुकसान है। मटर 50 हैक्टेयर में से 35 हैक्टेयर में, मिर्च 510 हैक्टेयर में से 50 हैक्टेयर और गोभी में 260 हेक्टेयर में से 80 हैक्टेयर में नुकसान है।
हाल ही ओलावृष्टि और पाले से टमाटर, मिर्च, मटर और गोभी की सब्जियों में भारी नुकसान हुआ है। उद्यान विभाग कार्यालय चौमूं से मिले आंकड़ों के मुताबिक टमाटर में 675 हैक्टेयर में से 255 हैक्टेयर में नुकसान है। मटर 50 हैक्टेयर में से 35 हैक्टेयर में, मिर्च 510 हैक्टेयर में से 50 हैक्टेयर और गोभी में 260 हेक्टेयर में से 80 हैक्टेयर में नुकसान है।