इस दौरान संयुक्त निदेशक ने सभी कार्मिकों को कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं का लक्ष्य पूरा करने पर जोर दिया। बैठक में कृषि आयुक्त के निर्देशानुसार फार्म पौण्ड, कृषि यंत्र, तारबंदी, व पाइप लाइन सहित अन्य योजनाओं की लक्ष्य के अनुसार शतप्रतिशत प्रशासनिक स्वीकृतियां जारी करने की समीक्षा की गई।
उपजिला स्तर पर अनुसूचित जाति व जनजाति श्रेणी के कृषकों के ऑनलाइन आवेदन अपेक्षाकृत कम पाए जाने पर उक्त श्रेणी के कृषकों की जनसंख्या के अनुपात में अधिक से अधिक आवेदन कराने के निर्देश दिए। फार्म पौण्ड के लिए उपयुक्त क्षेत्रों में सहायक कृषि अधिकारी जमवारामगढ़, आंधी, अमरसर, राडावास, धानोता, विराटनगर, धोला व टसकोला को अनुसूचित जाति व जनजाति श्रेणी के अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त करने के लिए शिविर आयोजित कर आवेदन लेने और सभी सहायक कृषि अधिकारियों को लक्ष्य आवंटित कर २४ अगस्त से पूर्ण प्रगति अर्जित करने के निर्देश दिए गए।
इसके अलावा समस्त सहायक कृषि अधिकारियों को आंवटित लक्ष्य के अनुसार उन्नत कृषि यंत्रों के ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करने के लिए पाबंद किया गया। ताकि २४ अगस्त तक प्रशासनिक स्वीकृतियां जारी की जा सके। इसी प्रकार तारबंदी, पौध संरक्षण यंत्र, पाइप लाइन आदि के लक्ष्यों की प्राप्ति निर्धारित दिनांक से पूर्व अर्जित करने, आवश्यकतानुसार शिविर आयोजित कर अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त करने और शिविर तय कर इसका प्रचार प्रसार करने को कहा। संयुक्त निदेशक ने कहा कि लक्ष्य पूरा नहीं करने वाले सहायक कृषि अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उक्त कार्य में सहयोग नहीं करने वाले और शिथिलता बरतने वाले कृषि पर्यवेक्षकों के नाम उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
इस कार्य में नव नियुक्त परवीक्षाधीन कृषि पर्यवेक्षकों से भी काम लेने को कहा। कृषक शिविरों में खण्ड, जिला, उपजिला स्तर के अधिकारी भी भाग लेंगे, ताकि अधिक से अधिक किसानों को प्रेरित किया जा सके। शिविर में प्राप्त आवेदनों की मौके पर ही जांच कर प्रशासनिक स्वीकृतियां जारी करने के निर्देश दिए।
पीकेवीवाई योजनान्तर्गत जिन किसानों का किसी कारणवश भुगतान अटका हुआ है, उनकी पूर्ति कर भुगतान शुरू करने की कार्रवाई करने, बजट घोषणानुसार कम्पोस्ट पिट निर्माण, जैव उर्वरक, बायो पेस्टीसाइड की आपूर्ति सुनिश्चित कराने, समस्त आदान निरीक्षकों को लक्ष्यानुसार अधिक से अधिक नूमने लेने, सहायक कृषि अधिकारियों को कीट व्याधि के प्रकोप, लम्पी वायरस, उर्वरक की आपूर्ति पर पूर्ण ध्यान रखने की हिदायत दी गई। बैठक में संयुक्त निदेशक बी एल शर्मा, सहायक निदेशक कृषि भागचंद कुमावत, कृषि अनुसंधान अधिकारी विनोद चौधरी, कृषि अधिकारी हरबख्श चौधरी, रामजीलाल यादव, रामसिंह शेखावत, सहित कई अधिकारी व कार्मिक मौजूद थे।