ग्राम पंचायत मोजमाबाद सहित राजस्व गांव खेड़ी सुआ एवं तुंबीपुरा में करीब 740 बीघा चारागाह भूमि है, लेकिन स्थिति यह है कि इसमें अधिकांश भूमि पर अति कर्मियोंद्वारा कब्जा कर रखा है। इसके चलते गोवंश को विचरण करने एवं चरने के लिए जगह नहीं बची है। इसे लेकर राजस्व ग्राम खेड़ी सुआ के ग्रामीणों ने भी दूदू उपखंड अधिकारी राजेंद्रसिंह शेखावत को ज्ञापन देकर गोचर भूमि को मुक्त करने की गुहार की है। ताकि गोवंश रात के समय किसानों के खेतों में खड़ी गेहूं जो चना, सरसों की फसलों में विचरण कर नुकसान नहीं पहुंचा पाए।
किसान कंपकंपाती ठंड में रात को अलाव जलाकर फसलों की रखवाली करने पर विवश है। कई किसानों ने तो खेत के चारों ओर तारबंदी वह कटीले तारों की बाड़ लगाकर भी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम कर रहे हैं। फिर भी कई गोवंश इन फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ग्रामीणों ने चंदा एकत्रित करके भी चारा एकत्रित करें, गोवंश के लिए व्यवस्था कर रहे हैं, ताकि फसलों को नुकसान होने से बचाया जा सके।