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Corona Lockdown: भूखा सोया परिवार, राशन विक्रेता ने नहीं दिया गेहूं

locationबस्सीPublished: Apr 03, 2020 02:30:23 pm

Submitted by:

vinod sharma

प्रशासनिक विफलता: ग्रामीणों ने किया बंदोबस्त

Corona Lockdown:  भूखा सोया परिवार, राशन विक्रेता ने नहीं दिया गेहूं

Corona Lockdown: भूखा सोया परिवार, राशन विक्रेता ने नहीं दिया गेहूं

जमवारामगढ़ (जयपुर). राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोये इसके लिए अप्रेल व मई माह के गेहूं वितरण को एकदम नि:शुल्क कर दिया है। इसके बावजूद भी ग्राम पंचायत धूलारावजी के जयसिंहपुरा गांव निवासी एक परिवार को एक अप्रेल को राशन डीलर द्वारा खाद्य सुरक्षा योजना में देय गेहूं नहीं देने से भूखा सोना पड़ा। इस परिवार में तीन बच्चों सहित कुल पांच सदस्य है। अधिकृत राशन विक्रेता ने गेहूं नहीं देने की बात से इनकार किया है। राशन विक्रेता ने कहा कि मैं अकेला हूं मेरे पास आदमियों की व्यवस्था नहीं है। इस कारण होम डिलीवरी नहीं कर पा रहा हूू।
दूसरे दिन सुबह जला चूल्हा….
पीडि़त ने गुरुवार सुबह अखिल भारतीय किसान सभा तहसील अध्यक्ष सांवरमल मीना को बात बताई तो उन्होंने राशन की व्यवस्था की। परिवार के भूखा सोने की सूचना पर गांवली निवासी भामाशाह बलवेंद्र सिंह हलका पटवारी श्यामलाल के साथ पहुंचकर परिवार को राशन सामग्री उपलब्ध कराई। ऐसे में राशन की व्यवस्था होने पर दूसरे दिन सुबह घर में चूल्हा जला।
पीडि़त की जुबानी….
पीडि़त ने बताया कि एक अप्रेल को धूलारावजी में पांच किलोमीटर दूर पैदल राशन का गेहूं लेने गया था। राशन विक्रेता ने कहा कि तुम्हारे का गांव अभी नम्बर नहीं आया है। काफी मिन्नते करने के बाद खाली हाथ घर आ गया और राशन नहीं होने पर बच्चों सहित भूखा सो गया।
भोजन के पैकिट की व्यवस्था….
जिला रसद अधिकारी की देखरेख में रोज भोजन के पैकिट तैयार करवाए जाते है। ये पैकिट खाद्य सामग्री के अभाव में भूखे रहने वालों को उपलब्ध कराए जाते है लेकिन प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं है।
इनका कहना है…
राशन डीलर के पास गेहूं लेने गया था। लेकिन डीलर ने गांव का नम्बर नहीं होने की कहकर भेज दिया। जिसके चलते बच्चों सहित भूखा ही सोना पड़ा।
-पीडि़त, निवासी जयसिहंपुरा

राशन दुकान पर जो भी पात्र गेहूं लेने आता है। उसे दिया जाता है। दुकान पर आने के बाद गेहूं नहीं देने का आरोप गलत है।
-सीताराम गुप्ता, अधिकृत राशन विक्रेता, धूलारावजी
पटवारी को मौके पर भेजकर राशन व्यवस्था करवा दी। प्रशासन के पास खाध सामग्री के अभाव में भूखा होने की सूचना नहीं थी। प्रशासन भामाशाहों के सहयोग से खाध सामग्री का वितरण करवा रहा है।
-राजेन्द्र मीना, कार्यवाहक तहसीलदार,जमवारामगढ़
पात्र परिवार को किस कारण खाद्य सुरक्षा योजना का गेहूं उपलब्ध नहीं कराया गया। इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। डीलर को होम डिलीवरी ही करनी होगी।
-कल्याणसहाय मीना, प्रवर्तन अधिकारी,जमवारामगढ़

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