इसके बाद किसान परिषद के प्रदेश अध्यक्ष हरिनारायण गठाला, प्रदेश महामंत्री व प्रवक्ता गुलाबचंद चौधरी, प्रदेश सचिव जगदीश शर्मा, भागीरथ गठाला, हनुमान सहाय घोसल्या, किसान महापंचायत के युवा प्रदेश अध्यक्ष रामलाल जाट, गिरधारी लाल पलसानिया, चौधरी चरण सिंह संघष समिति के अध्यक्ष कालूराम भावरिया, नृसिंह कपूरिया सहित कई किसानों ने उपखंड कार्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री, केन्द्रीय गृहमंत्री, केन्द्रीय कृषि मंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री व राज्यपाल के नाम एसडीएम
मनमोहन मीणा को ज्ञापन सौंपा।
जिसमें किसानों ने मांगे नहीं मानने पर 6 फरवरी को दोपहर 12 से 3 बजे तक चौमूं-अजीतगढ़ रोड, शाहपुरा-जयपुर रोड व अजीतगढ़-शाहपुरा रोड पर चक् का जाम करने की चेतावनी दी।
रराजस्थान किसान परिषद के प्रदेश अध्यक्ष हरिनारायण गठाला ने बताया कि ज्ञापन में प्रधानमंत्री और केन्द्रीय कृषि मंत्री से किसानों के हित में तीनों कृषि बिलों को वापस लेने का आग्रह किया है। साथ ही केन्द्र और राज्य सरकार से किसानों को उपज का मूल्य एमएसपी के द्वारा खरीद की गारंटी देने, इस सर्दी में दिल्ली में शाहजहांपुर बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, सिंधु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हजारों किसानों की समस्या का समाधान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि शीघ्र किसानों की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो पूरे देश में आंदोलन और तेज होगा।
किसान नेता गठाला ने किसानों से भी दिल्ली में चल रहे आंदोलन में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर शामिल होने का आह्वान किया। किसान परिषद के प्रदेशाध्यक्ष गठाला ने कहा कि दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसान यूनियन के नेता चौधरी राकेश टिकैत एवं हरियाणा व पंजाब के किसानों पर नाजायज तरीके से मुकदमे दर्ज किए गए हैं। सरकार इन मुकदमों को वापस लें, सरकार ने किसानों पर लाठी चार्ज किया उसके लिए किसानों से माफी मांगें और किसानों की समस्याओं का समाधान करें। अन्यथा आंदोलन तेज किया जाएगा। इस दौरान कई किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।