इससे पूर्व कुलपति जोरपुरा ग्राम पंचायत स्थित कृषक आनन्दीलाल कुमावत के बाजरे के खेत में पहुंचे और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि बुवाई के लिए बाजरे की उन्नत व प्रमाणित किस्म का प्रयोग करंे। इस दौरान अधिष्ठाता डॉ. एके गुप्ता, सस्य विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. एसी शिवरान, फ ार्म प्रभारी बीआर मीणा ने भी किसानों को बूंद सिंचाई पद्धति द्वारा जल के उपयोग व वर्षा जल संरक्षण के बारे में विवि में स्थित पोण्ड के बारे में जानकारी दी गई।
ग्राम पंचायत ढाणी बोराज में प्रगतिशील पशुपालक लिखमाराम पीपलोदा के खेत पर उनसे दुधारू नस्ल के पशुओं के बारे में चर्चा की। उन्होंने समेकित खेती के साथ मुर्गीपालन व पशुपालन से आर्थिक स्थिति मजबूत करने के उपायों के बारे में चर्चा की। ग्राम पंचायत सुरसिंहपुरा में किसान जोधाराम के खेत में वर्षा जल सरंक्षण के लिए बनाए गए पोण्ड के बारे में जानकारी प्राप्त की। किसान जोधाराम ने बताया कि एक बारिश से ही उनका पोण्ड भर गया है व इससे अब वे जौ, गेंहू की खेती कर सकेंगे साथ ही मछली उत्पादन के बारे में भी चर्चा की।