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खेत में मादा पैंथर व शावक देख बेहोश हुई महिला

locationबस्सीPublished: Sep 07, 2018 10:36:57 pm

Submitted by:

Satya

विराटनगर के कूण्डला क्षेत्र में जंगल के आसपास बसे गांवों में लगातार पैंथर के मूवमेंट से लोग दहशत में है। क्षेत्र के भामोद, पणदो व आसपास पहाड़ी की तलहटी में पैंथर एक सप्ताह में ही करीब 20 मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है।

पैंथर की दहशत, एक सप्ताह में 20 मवेशियों का शिकार


शाहपुरा। विराटनगर के कूण्डला क्षेत्र में जंगल के आसपास बसे गांवों में लगातार पैंथर के मूवमेंट से लोग दहशत में है। क्षेत्र के भामोद, पणदो व आसपास पहाड़ी की तलहटी में पैंथर एक सप्ताह में ही करीब 20 मवेशियों को अपना शिकार बना चुका है। सबसे अधिक बकरियों का शिकार किया है। मवेशियों के शिकार से पहाड़ी के आसपास बसे ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। ग्रामीणों की माने तो इलाके में नर व मादा पैंथर का मूवमेंट है। पणदो में गुरुवार रात को भी मादा पैंथर ने दो मवेशियों का शिकार किया और चली गई। ग्रामीण सायरमल गुर्जर ने बताया कि पैंथर ने रात को चौथमल गुर्जर के घर के पास बाड़े में पशु बंधे हुए थे। रात को पैंथर ने एक बछड़े का और पडौसी की एक पाडी का शिकार कर लिया। ग्रामीणों की सूचना पर सुबह मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने पगमार्ग की जांच की। ग्रामीणों ने बताया कि पहाड़ी के आसपास रहने वाले ग्रामीण अपने मवेशियों को चराने पहाड़ी की तलहटी में जाते हैं और वहां से पैंथर मवेशियों का शिकार कर लेता है। क्षेत्र में लगातार हो रही घटनाओं व पशुओं के शिकार से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। क्षेत्र के आमलोदा, बड़ोदिया, घेवता, तालवा, बेरकी व पणदो में पैंथर का मूवमेंट बरकरार है। पिछले पांच दिन से भामोद क्षेत्र में पैंथर की आवाजाही बनी हुई है। ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और पैंथर को पकडऩे की मांग की है। पैंथर के खौफ से महिलाएं एकसाथ झुण्ड में मवेशियों के लिए खेत में चारा लेने जाती है।
खेत में अठखेलियां कर रहे थे मादा पैंथर व शावक

पणदो में ही शाम को पहाड़ी के पास खेत में चारा लेने गई महिला कुछ दूरी पर बाजरे के खेत में मादा पैंथर व दो शावकों को देखकर बेहोश हो गई। शोर सुनकर मौके पर पहुंचे लोग महिला को उपचार के लिए चिकित्सक के पास लेकर गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद वह सामान्य हुई। ग्रामीण सायरमल गुर्जर ने बताया कि लालीदेवी पत्नी धूड़ाराम गुर्जर खेत में चारा खोद रही थी। इसी दौरान पास ही बाजरे के खेत में मादा पैंथर अपने दो शावकों के साथ अठखेलियां करती दिखी। जिसे देखते ही लालीदेवी बेहोश हो गई। इसी दौरान आस पास चारा खोद रही महिलाओं ने शोर किया तो ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंचे और महिला को उपचार के लिए भामोद लेकर गए। शोर शराबा होने पर पैंथर व शावक बाजरे के खेत से ओझल हो गए।

एक सप्ताह में 20 मवेशियों का शिकार

ग्राम पंचायत भामोद के पणदो व आसपास क्षेत्र में एक सप्ताह में ही पैंथर ने पहाड़ी की तलहटी में अलग-अलग लेागों के 20 मवेशियों का शिकार कर लिया। इससे ग्रामीणों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक भैंरू बाबा के जोहड़े के पास हरिराम गुर्जर की 5 बकरी, भंवर गुर्जर की 2 बकरी, जीवणराम की 2 बकरी, बालु गुर्जर की 4 बकरी, अशोक धानका की 2 बकरी, गोपाल की एक बकरी, सुल्तान की 2, गंगाराम की 2, रूड़ाराम की 2 बकरियों, चौथमल गुर्जर के घर एक बछड़े का और उसके पडौसी की एक पाडी का पैंथर शिकार कर चुका।
पूर्व सरंपच महावीर शर्मा, पूर्व सरंपच कैलाश चंद मीणा, राधेश्याम यादव सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि पैंथर द्वारा मवेशियों का शिकार करने से पशुपालकों को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने वन विभाग से शिकार हुई बकरियों का मुआवजा दिलाने की मांग की है।
जंगल तो वन्य जीवों का अपना क्षेत्र है। वहां यदि मवेशियों का शिकार हो रहा है तो पशु पालकों को सतर्क रहना चाहिए। आबादी क्षेत्र में पैंथर की आवाजाही को लेकर वन कर्मियों की ओर से गश्त बढ़ा दी जाएगी।——-मुकेश शर्मा, रेंजर बीलवाड़ी
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