अजीतगढ़ क्षेत्र की 23 ग्राम पंचायतों में 154 सरपंच प्रत्याशी मैदान में हैं। नवसृजित अजीतगढ पंचायत समिति सहित क्षेत्र की 23 ग्राम पंचायतों में हो रहे पंच व सरपंच के चुनाव में एक दिन शेष रह जाने से प्रत्याशियों ने प्रचार अभियान में पूरी ताकत झोंक दी। अजीतगढ में रैलियों के चलते स्टेट हाईवे पर जाम के हालात रहे।
प्रत्याशियों ने विधानसभा चुनाव की तरह से सैंकड़ों समर्थकों के साथ रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया। समर्थकों ने अपने चहेते प्रत्याशियों को लड्डुओं व फलों से तोला। रैलियों के दौरान कस्बे में स्टेट हाइवे पर यातायात व्यवस्था चौपट नजर आई। अजीतगढ कस्बे में प्रचार अभियान में प्रत्याशियों के साथ समर्थक भी पूरा दमखम लगा कर माहौल को अपने पक्ष मे करने में जुटे है। यहां चुनाव प्रचार अपने पूरे परवान पर रहा।
वहीं, आमेर सहित जहां प्रथम चरण में चुनाव होंगे उन सभी पंचायत समिति क्षेत्रों में प्रचार अभियान चरम पर है। एक दिन शेष रहने से प्रत्याशी लगातार प्रचार में लगे हुए हैं।
सरपंच से ज्यादा पंचों को मशक्कत
सरपंच से ज्यादा पंचों को मशक्कत
सरपंचों से ज्यादा वार्ड पंचों को मशक्कत करनी पड़ रही है। एक- एक वोट की गणित लगाने के प्रयास हो रहे है। बाहर रहने वाले वोटरों को मतदान के दिन पहुंचने के जतन किए जा रहे है। गांव से ढाणियों के अंतिम छोर तक प्रत्याशियों के लगातार सम्पर्क से क्षेत्र चुनावी रंग में रंगा नजर आया। लोग गांव की चौपाल से ढाणियों तक चुनावी चर्चा में मशगूल है।
प्रत्याशी भी हर मतदाता तक पहुंचने के प्रयास में दूर खेतों तक पहुंच कर मत देने की मिन्नतें करते नजर आए। सर्द हवाएं भी मतदाताओं व प्रत्याशियों का उत्साह कम नहीं कर पा रही है। सरपंच प्रत्याशियों के साथ वार्ड पंच प्रत्याशी भी सोशल मीडिया का जमकर का उपयोग कर रहे है।
समान नाम के प्रत्याशी होने से अधिक मशक् कत
कुछ जगह समान नाम के एक से अधिक प्रत्याशी मैदान में होने से उनके सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। ऐसे प्रत्याशी चुनाव चिन्ह समझाने में विशेष जोर दे रहे हैं। कस्बे के बाजारों में ग्राहकी नहीं होने पर एक ही चर्चा शुरू होती है की कौन बनेगा सरपंच। समर्थक अपने -अपने प्रत्याशी के जीत के आंकड़े पेश करते नजर आते है।
कुछ जगह समान नाम के एक से अधिक प्रत्याशी मैदान में होने से उनके सामने मुश्किल खड़ी हो गई है। ऐसे प्रत्याशी चुनाव चिन्ह समझाने में विशेष जोर दे रहे हैं। कस्बे के बाजारों में ग्राहकी नहीं होने पर एक ही चर्चा शुरू होती है की कौन बनेगा सरपंच। समर्थक अपने -अपने प्रत्याशी के जीत के आंकड़े पेश करते नजर आते है।
दूसरी ओर सर्द रातों में रूठों को मनाने के लिए मान मनुहार का दौर भी चल रहा है। इधर, अजीतगढ पंचायत समिति की ग्राम पंचायत लादीकाबास के ग्रामीणों ने अजीतगढ पंचायत समिति में शामिल करने का विरोध करते हुए चुनाव प्रकिया का बहिष्कार कर दिया था।
अजीतगढ बनी हॉट शीट
अजीतगढ पंचायत समिति का मुख्यालय होने से सबसे हॉट सीट बन गई है। अजीतगढ ग्राम पंचायत में सरपंच के 11 प्रत्याशी मैदान में है। इनमे परम्परागत प्रतिद्वंद्वी दो सरपंच परिवारों की प्रतिष्ठा दांव पर होने के साथ दो अन्य पूर्व सरपंचों की पुत्रवधु भी मैदान में है। जिससे अजीतगढ़ में चुनाव रोचक व कड़े मुकाबले का बनता जा रहा है। आसपास की ग्राम पंचायतों की भी नजर भी अजीतगढ पर टिकी हुई है।