मजदूरों के घर लौटने से परेशानी…
उपखंड क्षेत्र के करीब 70 प्रतिशत पशुपालकों को बाहर से चारा मंगवाना पड़ता है। यह चारा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश से आता था। कोरोना वायरस के चलते इन सभी राज्यों में लॉकडाउन है। राज्यों की सीमाए सील करने के कारण वाहन एक दूसरे राज्य में नहीं जा पा रहे है। निजी चारा टाल मालिकों ने बताया कि चारा भेजने के लिए कई बार बातचीत हो चुकी है, लेकिन ट्रकों को आवागमन नहीं होने तथा अधिकांश मजदूरों के घर लौटने से भी चारा नहीं पहुंच पा रहा है।
उपखंड क्षेत्र के करीब 70 प्रतिशत पशुपालकों को बाहर से चारा मंगवाना पड़ता है। यह चारा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश से आता था। कोरोना वायरस के चलते इन सभी राज्यों में लॉकडाउन है। राज्यों की सीमाए सील करने के कारण वाहन एक दूसरे राज्य में नहीं जा पा रहे है। निजी चारा टाल मालिकों ने बताया कि चारा भेजने के लिए कई बार बातचीत हो चुकी है, लेकिन ट्रकों को आवागमन नहीं होने तथा अधिकांश मजदूरों के घर लौटने से भी चारा नहीं पहुंच पा रहा है।
चारा परिवहन रोक मुक्त…
राज्य सरकार ने लॉकडाउन के चलते चारा परिवहन पर किसी प्रकार की रोक नहीं लगाई है। चारा से भरे ट्रक चालकर प्रशासन से पास लेकर चारा आवश्यक जगह पंहुचा सकते है। पुलिस व परिवहन विभाग चारा की गाडिय़ों को नहीं रोकेगा।
राज्य सरकार ने लॉकडाउन के चलते चारा परिवहन पर किसी प्रकार की रोक नहीं लगाई है। चारा से भरे ट्रक चालकर प्रशासन से पास लेकर चारा आवश्यक जगह पंहुचा सकते है। पुलिस व परिवहन विभाग चारा की गाडिय़ों को नहीं रोकेगा।
सरकारी स्तर खुले चारा डिपो…
मवेशियों के लिए चारे के गंभीर संकट को देखते हुए राज्य सरकार को पशुधन को बचाने के लिए रियायती दर पर चारा डिपो को खोलने चाहिए। प्रशासन के स्तर पर अभी चारा डिपो खोलने की कोई तैयारी नहीं है। सरकार को इस ओर भी गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।
मवेशियों के लिए चारे के गंभीर संकट को देखते हुए राज्य सरकार को पशुधन को बचाने के लिए रियायती दर पर चारा डिपो को खोलने चाहिए। प्रशासन के स्तर पर अभी चारा डिपो खोलने की कोई तैयारी नहीं है। सरकार को इस ओर भी गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।
पशुआहार का भी संकट…
पशुओं को चारा उपलब्ध नहीं होने के साथ ही पशुआहार का संकट खड़ा हो गया है। प्रशासन ने सिर्फ किराणा, दूध डेयरी व सब्जियों की दुकानें को खोलने की अनुमति दी है। पशुआहार की दुकानें बंद होने से दूधारू पशुओं के दूध उत्पादन में बड़ा फर्क पड़ सकता है।
पशुओं को चारा उपलब्ध नहीं होने के साथ ही पशुआहार का संकट खड़ा हो गया है। प्रशासन ने सिर्फ किराणा, दूध डेयरी व सब्जियों की दुकानें को खोलने की अनुमति दी है। पशुआहार की दुकानें बंद होने से दूधारू पशुओं के दूध उत्पादन में बड़ा फर्क पड़ सकता है।
कालाबाजारी की संभावना…
चारे के ट्रकों निजी टालों पर नहीं आने से चारा की कालाबाजारी की संभावना है। इस समय जौ व गेहूं की फसल की कटाई के बाद मशीन से गेहूं व चारा निकाला जाता है। चारा नहीं मिलने के कारण चारा की कालाबाजारी हो सकती है। सरकार एवं प्रशासन को समय रहते रियायती दर चारा डिपो खोलने चाहिए।
चारे के ट्रकों निजी टालों पर नहीं आने से चारा की कालाबाजारी की संभावना है। इस समय जौ व गेहूं की फसल की कटाई के बाद मशीन से गेहूं व चारा निकाला जाता है। चारा नहीं मिलने के कारण चारा की कालाबाजारी हो सकती है। सरकार एवं प्रशासन को समय रहते रियायती दर चारा डिपो खोलने चाहिए।
इनका कहना है…
विधानसभा क्षेत्र में 70 प्रतिशत पशुपालक बाहर से चारा खरीदते है। रबी की फसल की बुवाई कम क्षेत्र में होने से चारा का गंभीर संकट है। सरकार को रियायती दर पर चारा डिपो तुरंत खोलने चाहिए।
…सावंरमल मीना, तहसील अध्यक्ष, किसान सभा जमवारामगढ़
विधानसभा क्षेत्र में 70 प्रतिशत पशुपालक बाहर से चारा खरीदते है। रबी की फसल की बुवाई कम क्षेत्र में होने से चारा का गंभीर संकट है। सरकार को रियायती दर पर चारा डिपो तुरंत खोलने चाहिए।
…सावंरमल मीना, तहसील अध्यक्ष, किसान सभा जमवारामगढ़
चारा परिवहन पर किसी प्रकार की कोई रोक नहीं है। चारा परिवहन के लिए वाहनों को नियमानुसार अनुमति जारी की जाएगी। सरकारी स्तर पर अभी चारा डिपो खोलने की कोई योजना नहीं है। पशुपालकों की समस्या से उच्चाधिकारियों को अवागत कराया जाएगा।
….विश्वामित्र मीना, एसडीएम, जमवारामगढ़
….विश्वामित्र मीना, एसडीएम, जमवारामगढ़
चारा खरीद के लिए ट्रक सप्लायर्स से कई बार बातचीत कर चुके है। दूसरे राज्यों से चारा नहीं आने के कारण चारा नहीं पंहुच पा रहा है।
…जगदीश शर्मा, निजी चारा टाल मालिक
…जगदीश शर्मा, निजी चारा टाल मालिक