कब कब आए कोरोना पॉजिटिव….
गौरतलब है कि 22 अप्रेल को नोनपुरा निवासी एसएमएस अस्पताल में कार्यरत वार्ड ब्वॉय कोरोना पॉजिटिव आने के बाद पूरे गांव को सील करने के साथ उसकी पत्नी व तीन बच्चों को सीतापुरा में क्वारंटीन किया था। 22 अप्रेल की शाम रामनगर निवासी वृद्ध की एसएमएस अस्पताल में मौत होने के बाद दाह संस्कार कर दिया था। जिसके बाद कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आने पर चिकित्सा विभाग ने 23 अप्रेल को रामनगर गांव के 96 लोगों को एक साथ पूर्णिमा कॉलेज, सीतापुरा में क्वारंटीन कर दिया था। इसके बाद 29 अप्रेल को राहोरी निवासी प्रसूता के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर गांव को सील कर दिया था और इसके पति को क्वारंटीन करने के साथ परिवार के 22 जनों को होम आइसोलेट किया है। इसके बाद 3 मई को थौलाई गांव की महिला कांस्टेबल के कोरोना पॉजिटिव आने पर परिजनों को होम आइसोलेट करने के साथ पुलिस प्रशासन ने गांव को सील कर दिया है। चारों गांव के 100 से अधिक लोग जयपुर में क्वांरटीन है। सभी लोगों की जांच हो चुकी है लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है।
गौरतलब है कि 22 अप्रेल को नोनपुरा निवासी एसएमएस अस्पताल में कार्यरत वार्ड ब्वॉय कोरोना पॉजिटिव आने के बाद पूरे गांव को सील करने के साथ उसकी पत्नी व तीन बच्चों को सीतापुरा में क्वारंटीन किया था। 22 अप्रेल की शाम रामनगर निवासी वृद्ध की एसएमएस अस्पताल में मौत होने के बाद दाह संस्कार कर दिया था। जिसके बाद कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आने पर चिकित्सा विभाग ने 23 अप्रेल को रामनगर गांव के 96 लोगों को एक साथ पूर्णिमा कॉलेज, सीतापुरा में क्वारंटीन कर दिया था। इसके बाद 29 अप्रेल को राहोरी निवासी प्रसूता के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर गांव को सील कर दिया था और इसके पति को क्वारंटीन करने के साथ परिवार के 22 जनों को होम आइसोलेट किया है। इसके बाद 3 मई को थौलाई गांव की महिला कांस्टेबल के कोरोना पॉजिटिव आने पर परिजनों को होम आइसोलेट करने के साथ पुलिस प्रशासन ने गांव को सील कर दिया है। चारों गांव के 100 से अधिक लोग जयपुर में क्वांरटीन है। सभी लोगों की जांच हो चुकी है लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है।
सख्ती से हो रही लॉकडाउन की पालना….
चारों गांवों की सीमाएं सील करने के बाद यहां पुलिस सख्ती से लॉकडाउन की पालना करवा रही है। रामनगर व थौलाई की जिम्मेदारी पुलिस निरीक्षक एकतराज मीना व नोनपुरा व राहोरी की जिम्मेदारी उप निरीक्षक किताब चौधरी के पास है। चारों गांवों में किसी भी प्रकार की आवश्यकता व जरूरत की चीज लाने पर भी पुलिस कड़ी चौकसी बरतती है। पुलिस से नाकाबंदी के दौरान उलझने पर राहोरी में एक युवक को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
चारों गांवों की सीमाएं सील करने के बाद यहां पुलिस सख्ती से लॉकडाउन की पालना करवा रही है। रामनगर व थौलाई की जिम्मेदारी पुलिस निरीक्षक एकतराज मीना व नोनपुरा व राहोरी की जिम्मेदारी उप निरीक्षक किताब चौधरी के पास है। चारों गांवों में किसी भी प्रकार की आवश्यकता व जरूरत की चीज लाने पर भी पुलिस कड़ी चौकसी बरतती है। पुलिस से नाकाबंदी के दौरान उलझने पर राहोरी में एक युवक को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
इनका कहना है….
क्वारंटीन किए गए लोगों की कोरोना जांच की कोई रिपोर्ट नहीं आई है।
—डॉ. एनके कोठीवाला, बीसीएमएचओ जमवारामगढ़ एक गांव के करीब सौ लोग क्वारंटीन है। ऐसे में यहां किसी प्रकार की कोताही नहीं रहे। इस कारण कड़ी जांच के बाद ही गांंव में जरूरत की चीज पंहुचाई जाती है। ग्रामीणों को बाहर नहीं जाने दिया जाता है।
—एकताराज मीना, पुलिस निरीक्षक, जयपुर ग्रामीण
क्वारंटीन किए गए लोगों की कोरोना जांच की कोई रिपोर्ट नहीं आई है।
—डॉ. एनके कोठीवाला, बीसीएमएचओ जमवारामगढ़ एक गांव के करीब सौ लोग क्वारंटीन है। ऐसे में यहां किसी प्रकार की कोताही नहीं रहे। इस कारण कड़ी जांच के बाद ही गांंव में जरूरत की चीज पंहुचाई जाती है। ग्रामीणों को बाहर नहीं जाने दिया जाता है।
—एकताराज मीना, पुलिस निरीक्षक, जयपुर ग्रामीण