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नाबालिग से सामूहिक बलात्कार, मेडिकल के लिए आठ घंटे इंतजार

locationबस्सीPublished: Oct 30, 2018 11:17:58 pm

Submitted by:

Surendra

दो आरोपी गिरफ्तार

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नाबालिग से सामूहिक बलात्कार, मेडिकल के लिए आठ घंटे इंतजार

आंधी. थाना क्षेत्र में एक नाबालिग को बंधक बनाकर सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। पुलिस ने कमरे में बन्द किशोरी को दस्तयाब कर दो युवकों को गिरफ्तार किया है। उधर, पुलिस व चिकित्सकों की लापरवाही के कारण पीडि़ता को मेडिकल जांच के लिए आठ घंटे इंतजार करना पड़ा। इस दौरान चार घण्टे से भी अधिक समय तक पीडि़ता आंधी व जमवारामगढ़ स्थित सरकारी चिकित्सालय में रही।
जमवारामगढ़ पुलिस उपाधीक्षक जगदीश सिंह राव ने बताया कि मंगलवार सुबह रायपुर बस स्टैण्ड के थोलाई मोड़ पर एक नाबालिग को एक कमरे में बंधक बनाकर बलात्कार करने की सूचना मिली थी। पुलिस ने बस स्टैण्ड स्थित एक दुकान की पहली मंजिल पर स्थित कमरे को खुलवाया तो नाबालिग लड़की मिली। पूछताछ में पीडि़ता ने बंधक बनाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार होना बताया। पुलिस नाबालिग को थाने ले आई। पुलिस ने बताया कि पीडि़ता के पिता ने मामला दर्ज कराया कि उसकी पुत्री को सोमवार दोपहर अस्थल निवासी छोटेलाल सैनी बहला-फु सलाकर ले गया। पुलिस ने सामूहिक बलात्कार के आरोप में छोटेलाल सैनी निवासी अस्थल, हनुमान सहाय गुर्जर निवासी ईंटलया की ढाणी तन थोलाई को गिरफ्तार कर लिया।
इधर-उधर चक्कर लगाती रही पुलिस

सामूहिक ज्यादती के मामले में न्यायालय ने पीडि़ता का तत्काल मेडिकल जांच कराने एवं उसकी पहचान सार्वजनिक नहीं होने देने के लिए यथासंभव एहतियात बरतने के निर्देश दे रखे हैं, लेकिन इसके बावजूद पीडि़ता की आठ घंटे बाद मेडिकल जांच करवाई गई। जानकारी अनुसार पुलिस मौके से दोपहर 12 बजे पीडि़ता को थाने ले आई। इसके बाद परिजनों द्वारा मामला दर्ज कराने के लिए परिवाद मिलने का इंतजार करती रही। परिजनों ने करीब दो बजे मामला दर्ज कराने के लिए परिवाद पेश किया। करीब चार बजे पुलिस पीडि़ता को मेडिकल जांच के लिए आंधी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गई, लेकिन वहां महिला चिकित्सक नहीं होने से जमवारामगढ़ भेज दिया। पुलिस करीब साढ़े पांच बजे पीडि़ता को लेकर जमवारामगढ़ राजकीय उच्चीकृत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंची, लेकिन चिकित्सालय प्रभारी ने मामला आंधी क्षेत्र से जुड़ा होने के कारण मेडिकल टीम में आंधी चिकित्सालय से चिकित्सक आने पर ही मेडिकल जांच शुरू करने की शर्त रख दी। करीब साढ़े छह बजे तक आंधी से कोई भी चिकित्सक नहीं पहुंचा। उपखण्ड अधिकारी मुकेश कुमार मीणा के निर्देश के बाद करीब पौने सात बजे मेडिकल जांच शुरू हुई। इस दौरान पीडि़ता चिकित्सालय में ही बैठी रही।
इनका कहना है…
मामला आंधी क्षेत्र का होने के कारण नियमानुसार जांच टीम में वहां की भी एक चिकित्सक उपस्थित होना चाहिए, लेकिन बार-बार सूचना के बाद भी कोई चिकित्सक नहीं आया। इस कारण मेडिकल जांच में देरी हुई। पीडि़ता की मेडिकल जांच में सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि हो रही है। जांच रिपोर्ट तैयार कर भिजवा दी।
डॉ. राजेन्द्र शर्मा, प्रभारी, राजकीय उच्चीकृत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, जमवारामगढ़

आंधी में महिला चिकित्सक नहीं होने के कारण जांच नहीं हुई। आंधी में तीन चिकित्सक ही कार्यरत है। जिसमें से एक साप्ताहिक अवकाश पर था। मैं बीसीएमएचओ ऑफिस में वीसी के लिए गया था। जिसके कारण कोई चिकित्सक वहां नहीं पहुंचा।
डॉ. महेश शर्मा, प्रभारी, आंधी सीएचसी

मेडिकल जांच के लिए पीडि़ता को चार बजे ही थाने से रवाना कर दिया था। आंधी चिकित्सालय में महिला चिकित्सक व जांच सुविधा नहीं होने से जमवारामगढ़ चिकित्सालय भेज दिया। वहां भी चिकित्सकों की लापरवाही के चलते काफी इंतजार के बाद मेडिकल जांच हुई।
जगदीश सिंह राव, उपाधीक्षक, जमवारामगढ़

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