पुलिस आयुक्त जयपुर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि जयपुर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए पुलिस आयुक्तालय की सीआईयू टीम (CIU Team and Manoharpur Police) का गठन किया गया था। टीम को पड़ताल में पता चला कि कुछ कुख्यात तस्कर सवाईमाधोपुर से जयपुर शहर और ग्रामीण में गांजे की आपूर्ति कर रहे हैं। इसके बाद जयपुर ग्रामीण एसपी शंकरदत्त शर्मा ने भी गांजा तस्करी की रोकथाम के निर्देश दिए। सीआईयू टीम को 12 अक्टूबर को मुखबीरों से विश्वस्त सूचना प्राप्त हुई। जिस पर एसआई लखन सिंह खटाना, सुरेन्द्र यादव के नेतृत्व में निगरानी दल का गठन किया गया। इस दौरान सवाई माधोपुर से दौसा की ओर से जयपुर शहर एवं ग्रामीण इलाके के आसपास बिक्री एवं आपूर्ति के लिए भारी मात्रा में परिवहन करने की बात सामने आई। मनोहरपुर-दौसा राष्ट्रीय राजमार्ग से तस्करी की सूचना पर वाहन को ग्राम गठवाड़ी में ट्रेस किया गया। इस पर आयुक्तालय की टीम और मनोहरपुर थाना प्रभारी महावीर सिंह, एएसआई सीताराम सैनी एवं उनकी टीम में इस वाहन का पीछा किया। तस्कर ने वाहन को राष्ट्रीय राजमार्ग-8 पर न ले जाकर मनोहरपुर कस्बे के अंदर ले गया। सारवान मोहल्ले में वाहन का टायर एक नाली में फंस गया। जिससे गांजा तस्कर सामोद थाना इलाके के उदयपुरियां के धानको का मोहल्ला निवासी अभिषेक मीणा उर्फ कानाराम (32)पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने कार में रखा 50 किलो गांजा बरामद कर कार को जब्त कर लिया। वहीं सीआईयू टीम के चालक रामकृष्ण और उप निरीक्षक महेन्द्र ने वाहन क्षतिग्रस्त होने के बावजूद आरोपी का पीछा नहीं छोड़ा। वहं कस्बे की सघन आबादी एवं भीड़ का फायदा उठाकर गोविन्द गढ़ थाने के रामसिंह बास निवासी एक अन्य तस्कर साथी राकेश मीणा फरार हो गया।
कुख्यात तस्कर है अभिषेक एएसआई सीताराम सैनी ने बताया कि तस्कर अभिषेक ने पुलिस की प्रारम्भिक पूछताछ में बताया कि वह पूर्व में भी मादक पदार्थो की तस्करी में 10 वर्ष की कठोर कारावास की सजा काट चुका है, गत वर्ष ही छूटकर आया था। इसके बाद में वह दोबारा से मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त हो गया। अभिषेक हाल ही में थाना अजीतगढ़, जयपुर ग्रामीण से मादक तस्करी बाबत दर्ज मामले में फरार आरोपी है। वहीं इस मामलें में अजीतगढ़ पुलिस ने इसके साथी छाजूराम सैनी को गिरफ्तार कर लिया था। सूत्रों की माने तो जयपुर ग्रामीण शाहपुरा, मनोहरपुर, विराटनगर, चौमू में मादक पदार्थो की आपूर्ति बड़ी मात्रा में हो रही है। वहीं ग्रामीण इलाके में मनोहरपुर-दौसा राष्ट्रीय राजमार्ग, बिशनगढ़, चौमंू , अमरसर के रास्तों का अधिकांशत: प्रयोग हो रहा है। इन मादक पदार्थों पूडिय़ों के रूप में ग्राहकों को बिक्री की जाती है।
शुक्र रहा, कोई चपेट में नहीं आया तस्कर का पीछा करते समय पुलिस टीम की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। इस दौरान तस्कर ने बचने की फिराक में कस्बे के बीचोबीच अंधाधुंध कार दौड़ाई। गनीमत रही कि कोई चपेट में नहीं आया। हालंाकि बाद में कार का टायर नाली में फंसने से आरोपी दबोचा गया।