इससे पहले शनिवार रात को कोरोना की को-वैक्सीन की पहली खेफ जयपुर से शाहपुरा पहुंचने पर कस्बे के राजकीय अस्पताल में चिकित्सकों और स्टाफ ने विधिवत पूजन किया था। इसके बाद वैक्सीन को अस्पताल के टीकाकरण कक्ष में रखवाया गया। साथ ही सुरक्षा के लिए यहां टीकाकरण कक्ष के बाहर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए। पूरी तैयारी के बाद सुबह करीब 10.15 बजे टीकाकरण की शुरुआत की गई।
अस्पताल प्रभारी डॉ. हरीश मोहन मुदगल ने बताया कि शाहपुरा के राजकीय अस्पताल में टीकाकरण करने के लिए 7 चिकित्साकर्मियों की टीम बनाई गई है। जिसमें सुपरवाइजर मोतीलाल वर्मा, एएनएम कमलेश शर्मा, एएनएम पूमन कुमारी, डाटा वैरिफायर विजेन्द्र शर्मा, मेलनर्स रामावतार यादव, गार्ड हजारी लाल जाट और टीका लगवाने वालों की निगरानी के लिए डॉ. उमेश शर्मा को नियुक्त किया गया है। साथ ही वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन व वेटिंग, वैक्सीनेशन और ऑब्जर्वेशन सहित 3 कक्ष बनाए गए हैं।
टीकाकरण की शुरुआत के दिन रविवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस होने से पहला टीका राजकीय अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ. अल्का गुप्ता के लगाया गया। इसके बाद अस्पताल प्रभारी डॉ. हरीश मोहन मुदगल, बीसीएमएचओ डॉ. विनोद शर्मा, डॉ. उमेश शर्मा, डॉ. जितेन्द्र शर्मा, डॉ. अर्चना परमार, डॉ. सांवरमल बराला, डॉ. संजय शेखावत, मेलनर्स प्रमोद शर्मा, मोतीलाल वर्मा, धर्मेन्द्र टेलर, कौशल्या सैनी, धर्मेन्द्र शर्मा, मांगीलाल वर्मा, विक्रम सैनी, रामप्रकाश यादव, एएमएन कमलेश शर्मा समेत 39 चिकित्साकर्मियों का टीकाकरण किया गया।
1 वायल में 20 डोज
शाहपुरा में को-वैक्सीन की 400 डोज पहुंची है। जिसमें 20 वायल है। एक वायल में 20 डोज है। एक वायल में 10 एमएल दवाई होती है। प्रति व्यक्ति 0.5 एमएल की डोज दी जा रही है। वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए आइस लाइनिंग रेफ्रिजरेटर (आईएलआर) में 2 से 8 डिग्री तापमान में रखा गया है। वैक्सीन की निगरानी के लिए वैक्सीनेशन कक्ष के बाहर दो पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जो 24 घंटे सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगे। खोलने के 4 घंटे के अंदर काम लेनी होती है, अन्यथा दवाई यूज नहीं कर सकते।