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सिर्फ नगर निगम क्षेत्र को ही अनुमति
सूत्रों का कहना है कि गायों व अन्य जानवरों के पुनर्वास के लिए बनाए गए इस केन्द्र में सिर्फ नगर निगम द्वारा लाई जाने वाली गायों एवं अन्य जानवरों को रखा जाता है। खास बात ये है कि यदि बूड़थल पंचायत के ही किसी गांव में किसी हादसे में कोई आवारा गाय या जानवर घायल हो जाए तो उसे यहां जगह नहीं मिली, क्योंकि यह नगर निगम क्षेत्र में नहीं है।
सिर्फ नगर निगम क्षेत्र को ही अनुमति
सूत्रों का कहना है कि गायों व अन्य जानवरों के पुनर्वास के लिए बनाए गए इस केन्द्र में सिर्फ नगर निगम द्वारा लाई जाने वाली गायों एवं अन्य जानवरों को रखा जाता है। खास बात ये है कि यदि बूड़थल पंचायत के ही किसी गांव में किसी हादसे में कोई आवारा गाय या जानवर घायल हो जाए तो उसे यहां जगह नहीं मिली, क्योंकि यह नगर निगम क्षेत्र में नहीं है।
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यह हो सकता है फायदा
यदि उपखंड प्रशासन हस्तक्षेप करके नगर निगम और गौशाला प्रबंधन से बातचीत करके हादसों में घायल गायों या अन्य जानवरों को रखने की अनुमति प्रदान करवा दे तो उन घायलों को काल का ग्रास नहीं बनना पड़ेगा। साथ ही आवारा गायों को भी स्थायी सहारा मिलेगा। वहीं आवारा गायों की वजह से फसलों को बचाने के लिए रातभर पहरा देने वाले किसानों को भी राहत मिलेगी।
यह हो सकता है फायदा
यदि उपखंड प्रशासन हस्तक्षेप करके नगर निगम और गौशाला प्रबंधन से बातचीत करके हादसों में घायल गायों या अन्य जानवरों को रखने की अनुमति प्रदान करवा दे तो उन घायलों को काल का ग्रास नहीं बनना पड़ेगा। साथ ही आवारा गायों को भी स्थायी सहारा मिलेगा। वहीं आवारा गायों की वजह से फसलों को बचाने के लिए रातभर पहरा देने वाले किसानों को भी राहत मिलेगी।
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इनका कहना है
हिंगोनिया गौशाला चूंकि बस्सी तहसील क्षेत्र में स्थित है। इसलिए कम से कम इसमें बस्सी क्षेत्र की गायों व अन्य पशुओं को रखे जाने की अनुमति मिलनी चाहिए। इस बारे में नगर निगम एवं हिंगोनिया गौशाला प्रबंधन से चर्चा की जाएगी।
अशोक शर्मा, एसडीएम बस्सी
नगर निगम प्रशासन के निर्देशों के अनुसार सिर्फ हिंगोनिया गौशाला में नगर निगम द्वारा लाई जाने वाली गायों या अन्य जानवरों को रख सकते हैं, अन्य को नहीं। यदि निगम प्रशासन बाहरी गायों को भी आश्रय देनी की अनुमति दे तो हमें कोई आपत्ति नहीं है।
राधाप्रिय दास, प्रबंधक, हिंगोनिया गौ पुनर्वास केन्द्र हिंगोनिया (बस्सी)
इनका कहना है
हिंगोनिया गौशाला चूंकि बस्सी तहसील क्षेत्र में स्थित है। इसलिए कम से कम इसमें बस्सी क्षेत्र की गायों व अन्य पशुओं को रखे जाने की अनुमति मिलनी चाहिए। इस बारे में नगर निगम एवं हिंगोनिया गौशाला प्रबंधन से चर्चा की जाएगी।
अशोक शर्मा, एसडीएम बस्सी
नगर निगम प्रशासन के निर्देशों के अनुसार सिर्फ हिंगोनिया गौशाला में नगर निगम द्वारा लाई जाने वाली गायों या अन्य जानवरों को रख सकते हैं, अन्य को नहीं। यदि निगम प्रशासन बाहरी गायों को भी आश्रय देनी की अनुमति दे तो हमें कोई आपत्ति नहीं है।
राधाप्रिय दास, प्रबंधक, हिंगोनिया गौ पुनर्वास केन्द्र हिंगोनिया (बस्सी)