जानकारी अनुसार अचरोल निवासी जगदीश यादव (40) के गुर्दे में पथरी होने पर 14 मई को निजी हॉस्पिटल में दिखाने पर चिकित्सकों ने ऑपरेशन कराने की सलाह दी और 15 मई को ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के बाद 16 मई की रात उसकी मौत हो गई। सूचना पर रिश्तेदार, परिजन सहित ग्रामीण गुरुवार सुबह अस्पताल पहुंच गए और उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव लेने से मना कर दिया।
समझाइश का प्रयास किया
थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंह राठौड़, एएसआई जगदीश प्रधान ने समझाइश का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराने, चिकित्सक को मौके पर बुलाने सहित कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष यादव भी ने भी घटना की जानकारी ली। एसडीएम रवि विजय और डीएसपी भागचंद मीणा के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने व मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन देने पर मामला शांत हुआ। पुलिस ने राजकीय अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंह राठौड़, एएसआई जगदीश प्रधान ने समझाइश का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराने, चिकित्सक को मौके पर बुलाने सहित कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष यादव भी ने भी घटना की जानकारी ली। एसडीएम रवि विजय और डीएसपी भागचंद मीणा के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने व मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन देने पर मामला शांत हुआ। पुलिस ने राजकीय अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस जाप्ता बुलाया
मामला बढ़ता देखकर शाहपुरा पुलिस ने विराटनगर, मनोहरपुर और अमरसर थाने से भी जाप्ता बुलाया गया। मनोहरपुर थाना प्रभारी नरेन्द्रसिंह भड़ाना, विराटनगर थाना प्रभारी जयप्रकाश, अमरसर थाना प्रभारी उदय सिंह, त्रिवेणी चौकी प्रभारी कैलाशचंद मीणा सहित आरएसी के जवान मौजूद रहे। इससे हॉस्पिटल छावनी में तब्दील हो गया।
मामला बढ़ता देखकर शाहपुरा पुलिस ने विराटनगर, मनोहरपुर और अमरसर थाने से भी जाप्ता बुलाया गया। मनोहरपुर थाना प्रभारी नरेन्द्रसिंह भड़ाना, विराटनगर थाना प्रभारी जयप्रकाश, अमरसर थाना प्रभारी उदय सिंह, त्रिवेणी चौकी प्रभारी कैलाशचंद मीणा सहित आरएसी के जवान मौजूद रहे। इससे हॉस्पिटल छावनी में तब्दील हो गया।
इनका कहना है
मरीज का दो दिन पहले ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन के बाद स्वास्थ्य ठीक था और सुबह सात बजे तक वह वार्ड में टहल रहा था। इसके बाद वह शौचालय में गया और वहां गिर गया। आवाज सुन आसपास खड़े लोगों ने उसे उठाया। सीपीआर सहित अनेक विधियों से जान बचाने का प्रयास किया, लेकिन बच नहीं सके। उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप बेबुनियाद है।
डॉ.रजनीश शर्मा,अस्पताल निदेशक शाहपुरा
मरीज का दो दिन पहले ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन के बाद स्वास्थ्य ठीक था और सुबह सात बजे तक वह वार्ड में टहल रहा था। इसके बाद वह शौचालय में गया और वहां गिर गया। आवाज सुन आसपास खड़े लोगों ने उसे उठाया। सीपीआर सहित अनेक विधियों से जान बचाने का प्रयास किया, लेकिन बच नहीं सके। उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप बेबुनियाद है।
डॉ.रजनीश शर्मा,अस्पताल निदेशक शाहपुरा