-मरीजों की जान की नहीं परवाह सीएचसी प्रभारी व अन्य चिकित्साकर्मियों ने मौके पर जाकर देखा तो मिट्टी का ढेर देखकर दंग रह गए। उन्होंने इस संबंध में एक्सईएन को अवगत कराया। तब जाकर ठेकेदार ने मौके से मिट्टी हटाकर बजरी लाकर डाली। ग्रामीणों का कहना है कि घटिया निर्माण के चलते पूर्व में कई जगह हादसे होने के बावजूद यहां अभियंता नहीं चेत रहे। ऐसे में घटिया निर्माण कार्य पूरा होने के बाद मरीजों की जिन्दगी को खतरा हो सकता है।
अस्पताल में बन रहा 25 बैड का नया वार्ड उल्लेखनीय है कि करीब सालभर पहले सरकार ने शाहपुरा के राजकीय अस्पताल को ७५ से बढ़ाकर सौ बैड का कर दिया। वर्तमान में यहां भवन की कमी है। इसे देखते हुए एनआरएचएम की ओर से नए वार्ड का भवन निर्माण कार्य किया जा रहा है। भवन निर्माण के बाद मरीजों को की परेशानी दूर होगी।
1 करोड़ 15 लाख की लागत से हो रहा निर्माण अस्पताल प्रभारी डॉ. ए एल अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल में नया वार्ड व अन्य कार्यों के लिए एनआरएचएम की ओर से करीब 1 करोड़ 15 लाख की राशि स्वीकृत हुई है। उक्त राशि से नए वार्ड के अलावा अन्य विकास कार्य भी होंगे। फिलहाल वार्ड का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
चार ओपीडी चेम्बर भी बनेंगे, मरीजों को मिलेगी राहत अस्पताल में विकास कार्यों के लिए एनआरएचएम से स्वीकृत 1 करोड़ 15 लाख की राशि से वार्ड के अलावा ओपीडी के चार चैम्बर भी बनाए जाएंगे। ओपीडी के चैम्बर इमरजेंसी के पास निर्माण किए जाएंगे। साथ ही टॉयलेट रिपेयर और एक कक्ष की छत भी रिपेयर की जाएगी।
जिम्मेदारों ने फोन तक रिसीव नहीं किया इस मामले में वार्ता के लिए जब निर्माण कार्य के लिए जिम्मेदार अधिकारी एनआरएचएम के एक्सईएन व एईएन को कई बार फोन मिलाया, लेकिन उन्होंने फोन तक रिसीव नहीं किया। वहीं, अस्पताल प्रभारी की शिकायत के बावजूद अधिकारियों ने मौके पर आकर जांच करने की जहमत भी नहीं उठाई। ऐसे में विभागीय अधिकारियों की लापरवाही का अंदाजा लगाया जा सकता है। निर्माण के बाद जांच का कोई मतलब नहीं होगा।
इनका कहना है– अस्पताल परिसर में 25 बैड के नए वार्ड के भवन का निर्माण कार्य किया जा रहा है। एनआरएचएम की ओर से इसके लिए राशि स्वीकृत हुई है। दोपहर में निर्माण कार्य में बजरी की जगह मिट्टी काम में लेने की शिकायत मिलने पर मौके पर जाकर जांच की तो बात सही निकली। इस पर एनआरएचएम के एक्सईएन को अवगत कराया गया और मौके से मिट्टी हटवा दी गई।——–डॉ. ए एल अग्रवाल, प्रभारी राजकीय अस्पताल, शाहपुरा