इस मामले में बुधवार को पेयजल, थाना व विद्युत संषर्घ समिति की त्रिवेणीधाम स्थित यादव धर्मशाला में बैठक आयोजित हुई। जिसमें आंदोलन की रणनीति पर चर्चा करने के बाद त्रिवेणी धाम के संत रामरिछपालदास महाराज को ज्ञापन देकर जनहित को देखते हुए क्षेत्र की आठों ग्राम पंचायतों को यथावत शाहपुरा पंचायत समिति क्षेत्र में ही रखने की मांग की।
उक्त पंचायतों का पुलिस थाना क्षेत्र भी दूरी के हिसाब से भाबरू नहीं कर, शाहपुरा ही रखने की मांग की। जिससे जनता को परेशानी नहीं हो। बैठक में संघर्ष समिति के अध्यक्ष सरदारमल यादव ने कहा कि क्षेत्र की जाजैकला, गोविन्दपुरा धाबाई, छापुड़ा, बाडीजोड़ी, साईवाड़, नाथावाला, रामपुरा व चिमनपुरा सहित 8 ग्राम पंचायतें विराटनगर विधानसभा क्षेत्र में आती जरूर है, लेकिन शाहपुरा के नजदीक है। इसीलिए उक्त पंचायतों को यथावत शाहपुरा में ही रखा जाए।
अध्यक्ष सरदारमल यादव ने कहा कि इस मांग को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण फरवरी माह से आंदोलन कर रहे हैं। सभी पंचायतों के जनप्रतिनिधि भी लिखित में दे चुके हैं। ग्रामीण मुख्यमंत्री, राज्यपाल, संभागीय आयुक्त, कलक्टर से लेकर सभी अधिकारियों को ज्ञापन देकर समस्या से अवगत करा चुके हैं। यदि अब भी आमजनता की आवाज को दबाया जाता है, तो आंदोलन किया जाएगा।
संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष एडवोकेट कमलेश शर्मा ने कहा कि जनता की सहुलियत को देखते हुए उक्त पंचायतों को यथावत रखी जाए। संघर्ष समिति संरक्षक रूडमल जाट, मीडिया प्रभारी रामकरण गुर्जर ने कहा कि 8 पंचायतों के हितों की रक्षा के लिए हम सभी मिलकर संघर्ष करेंगे। पूर्व सरपंच मंगलचंद शेरावत, पूर्व पंचायत समिति सदस्य हनुमान सैनी, उपसरपंच पप्पू मीणा, गजानंद सैनी, बाबूलाल, दिनेश अग्रवाल, मनीष बासनीवाल, बनाराम यादव, सूरज, मोहन, बद्री स्वामी, हंसराज, हुकमाराम यादव, मुक्तिलाल जाट सहित कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी व कई ग्रामीण मौजूद थे।