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सीबीईओ की शिथिलता बच्चों के स्वास्थ्य पर भारी

locationबस्सीPublished: Mar 14, 2019 11:55:24 pm

Submitted by:

Surendra

बीसीएमएचओ ने दो महीने पहले मांगी जानकारी, सीबीईओ कार्यालय ने नहीं दी
 

Iron folic acid drug not found, wifs

सीबीईओ की शिथिलता बच्चों के स्वास्थ्य पर भारी

बस्सी . ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से जुड़े कार्मिकों की शिथिलता विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रही है। बच्चों में खून की कमी को दूर करने के लिए राजस्थान एनिमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम के तहत चिह्ति विद्यार्थियों को चिकित्सा विभाग की ओर से आयरन फोलिक एसिड की निशुल्क दवा वितरण करनी थी। इसके लिए बीसीएमएचओ द्वारा कार्यालय अन्तर्गत आने वाले विद्यार्थियों की जानकारी मांगी थी, लेकिन 40 दिन बाद भी सीबीईओ से जानकारी नहीं मिलने के कारण बच्चों को दवा नहीं मिल पा रही। वहीं सीडीपीओ कार्यालय ने यह जानकारी मात्र दो दिन में उपलब्ध करवा दी।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहीदी दिवस 30 जनवरी को राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिला सहित ब्लॉक में एनिमिया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम मनाया गया था। इसमें ब्लॉक के सभी राजकीय विद्यालयों, महाविद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और अस्पतालों में 19 आयु वर्ष तक के छात्र-छात्राओं को वीकली आयरन फोलिक एसिड (डब्ल्यूआईएफएस) दवा निशुल्क वितरित की गई दी। इसमें 1 से 5वीं कक्षा के बच्चों को गुलाबी और 6 से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को नीले रंग की आयरन की टेबलेट बंाटी गई थी। ऐसे में उस दिन विद्यालय नहीं आ पाने और अन्य कारणों से काफी बच्चे दवा से वंचित भी रहे थे।
वंचित बच्चों को भी देना जरूरी

फरवरी माह में बीसीएमएचओ की टीम क्षेत्र में गई, तो ग्राम पंचायत बडवा क्षेत्र के कई राजकीय विद्यालयों के छोटे-बड़े बच्चों को आईएफए की गोलियां नहीं मिलने की जानकारी मिली।ब्लॉक के शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के आधार पर वंचित विद्यालयों के बच्चों को दवा पहुंचाई जाएगी। इसे लेकर खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय गंभीरता दिखा रहा है और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय इसमें लापरवाही बरत रहा है।
पत्र व्यवहार का जवाब नहीं

खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय बस्सी की ओर से जनवरी के पहले सप्ताह में पत्र द्वारा सीबीईओ कार्यालय से जानकारी मांग गई थी। इसके बाद दो पत्र और लिखे गए। इनमें लिखा गया कि ‘आपके अधीन आने वाले कई विद्यालयों में डब्लूआईएफए दवाएं उपलब्ध नहीं हैं और कई विद्यालयों में दवा उपलब्ध होने के बाद भी छात्र-छात्राओं को दवाइयां नहीं दी जा रही हैं। दवाइयों की उपलब्धता की सूचना मांगने पर कोई जानकारी नहीं दी गई। बीसीएमएचओ कार्यालय के बीपीएम नितिन जैन ने बताया कि खुद तीन बार ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय जा चुका हूं। हमारे अन्य कार्मिकों ने भी कई बार फोन से सूचना के लिए कहा, लेकिन वहां से कभी कोई संतुष्ट जवाब नहीं मिला।
इनका कहना है

30 जनवरी के कार्यक्रम के बाद से लगातार ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से आईएफए की दवा वितरण की जानकारी मांग रहे हैं, लेकिन वहां से कोई रेस्पॉन्स नहीं मिल रहा। पत्र का जबाव देते हैं ना ही फोन पर कुछ बताते हैं। ऐसे में वंचित बच्चों को आयरन का दवा पहुंचाना मुश्किल हो रहा है।
– डॉ. रितेश पांडे, बीसीएमएओ, बस्सी


अभी ब्लॉक के सभी विद्यालयों से सूचना संकलित नहीं हो पाई है। जानकारी ले रहे हैं। कुछ दिनों में पूरी जानकारी लेकर बीसीएमएचओ कार्यालय को उपलब्ध करवा देंगे।
– भगवान सहाय सैनी, सीबीईओ, बस्सी

बीसीएमएचओ बस्सी ने मुझे इस बारे में बताया था। इस पर मैंने जानकारी देने में देरी का कारण पूछते हुए सीबीईओ को जल्द से जल्द जानकारी एकत्रित कर बीसीएमएचओ कार्यालय को उपलब्ध करवाने के लिए कहा था।
– राम कुमार वर्मा, उपखण्ड अधिकारी, बस्सी

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