जानकारी के अनुसार विश्वकर्मा थाना इलाके से 30 सितम्बर को राहुल सैन नामक युवक अचानक लापता हो गया था। इसके संबंध में उसके भाई बड़ागांव भाटियां निवासी मुकेश सैन ने २ अक्टूबर को विश्वकर्मा थाना में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इस पर एक संदिग्ध आरोपित की निशानदेही पर मनोहरपुर के वन नाका कार्यालय के पीछे स्थित बोरबेल में शव को गिराने की बात दोहराई। जिस पर पुलिस ने सोमवार दोपहर को करीब 3.30 बजे से इस बोरबेल की खुदाई जेसीबी मशीन की सहायता से शुरू किया था। खुदाई सोमवार देर रात्रि तक जारी रही। इस दौरान जेसीबी से करीब 40 फीट की खुदाई करीब 1 बजे तक हो चुकी थी। पुलिस को इस दौरान दो कट्टे मिले थे। इनमें से एक कट्टे में सफेद कपड़ा और दूसरे में नमक के 37 खाली पाउच मिले थे। इस दौरान युवक का शव नहीं मिला था। 40 फीट की खुदाई के बाद जेसीबी चालक ने आगे खतरे को देखते हुए खुदाई से इनकार कर दिया था। आगे की खुदाई मंगलवार को एलएनटी मशीन से करीब 4 बजे शुरू हो सकी। इस दौरान एलएनटी मशीन के साथ दो जेसीबी मशीन भी मिट्टी को बोरबेल के आसपास से हटाने के लिए कार्य कर रही थी।
एलएनटी मशीन के आने में देरी होने पर पुलिस प्रशासन को ग्रामीणों की नाराजगी का शिकार होना पड़ा। मौके पर पहुंचे शाहपुरा पुलिस उपाधीक्षक राजेश मलिक ने इस संबंध में उपखंड़ अधिकारी नरेन्द्र कुमार को और एसडीएम ने जयपुर जिला कलक्टर को सूचित किया। तब जाकर एलएनटी मशीन मौके पर पहुंची। जिसने शाम करीब 4 बजे से फिर से खुदाई का कार्य शुरू किया। वही एक अन्य एलएनटी मशीन विश्वकर्मा प्रशासन की और से मौके पर शाम करीब साढे पांच बजे पहुंची। जलदाय विभाग ने बताई है करीब 104 फिट गहराईजलदाय विभाग के सहायक अभियंता बंशीधर , विकास गुप्ता और कनिष्ठ अभियंता दयाराम चौधरी ने मौके पर पहुंचकर बोरबेल की गहराई को मापा। इस दौरान उन्होने इसकी गहराई करीब 104 फीट होने बताई जा रही है। कस्बे में चहुंऔर चाय की होटलोंं, पान की दुकानों, सार्वजनिक स्थानों पर इस घटना की चर्चा को करते हुए ग्रामीणों को देखा गया।
जानकारी में आया है कि इस घटना में एक दो नही बल्कि एक गैंग के कई लोग शामिल थे। इस मौके पर एसीपी फूलचंद, विश्वकर्मा थानाप्रभारी मांगीलाल , शाहपुरा एसडीएम नरेन्द्र कुमार मीणा, पुलिस उपाधीक्षक राजेश मलिक, मनोहरपुर एसएचओं महावीर सिंह, सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।