इस मौके पर चेयरमैन पारीक ने कहा कि पुस्तकें हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। पुस्तकों से हमें हमारी संस्कृति का ज्ञान होता है। हम सभी को इन्हें सहेज कर रखना चाहिए और बच्चों में बचपन से ही पुस्तकें पढऩे की आदत डालनी चाहिए। उन्होंने पत्रिका की इस पुस्तक प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा कि आज की युवा पीढी सोशल मीडिया के चलते पुस्तकों से दूर होती जा रही है। युवाओं में साहित्य पढऩे की रुचि कम होती जा रही है। जो अच्छा संकेत नहीं है। युवाओं को अधिक से अधिक पुस्तकें पढऩी चाहिए। जिससे ज्ञान की वृद्धि हो सके।
विशिष्ट अतिथि खंडेलवाल इंफोटेक के निदेशक परमानंद शर्मा व नूतन उमावि के निदेशक विश्वनाथ वर्मा ने कहा कि पुस्तकें जीवन की श्रेष्ठतम मित्र होती है। पुस्तक हमें संसार से परिचय करवाने का श्रेष्ठ माध्यम है। पुस्तकों में ज्ञान का अथाह भण्डार छिपा हुआ है। इसलिए ज्ञान बढ़ाने के लिए नियमित साहित्यिक पुस्तकों का अध्ययन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि साहित्य व्यक्ति को जीवन की सही दिशा व रास्ता बताने का कार्य करता है। इसलिए युवाओं को अधिक से अधिक साहित्यिक पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए।
पत्रिका लोगों को जीवन की राह दिखाने का कार्य कर रही विशिष्ट अतिथि बीआर महाविद्यालय के निदेशक सीताराम चौधरी व संघ के कार्यवाह कैलाशचंद शर्मा ने कहा कि साहित्य, कला, संस्कृति, विज्ञान सहित हर क्षेत्र का कौशल प्राप्त करने के लिए किताबों की जरूरत है। पुस्तकों से जीवन का अपार ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हमारी युवा पीढी को आज सोशल मीडिया की लत लग चुकी है। इसके चलते साहित्यिक पुस्तकों को पढऩे में रुचि कम हो रही है। जबकि हमारी संस्कृति को जानने के लिए पुस्तकें पढऩा जरूरी है। प्रदर्शनी का शुभारम्भ के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने पुस्तक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इससे पहले अतिथियों का अभिनंदन किया गया।
पत्रिका लोगों को जीवन की राह दिखाने का कार्य कर रही अतिथियों ने राजस्थान पत्रिका की सटीक व निष्पक्ष पत्रकारिता की सराहना की। उन्होंने कहा कि पत्रिका पुस्तक प्रदर्शनी के माध्यम से युवाओं को नई राह दिखाने का कार्य कर रही है। इससे लोगों को लाभ मिलेगा। कार्यक्रम में लक्ष्मण पूनिया, जुगल किशोर बालाणी, कपड़ा व्यापार मण्डल के पूर्व अध्यक्ष वेदप्रकाश गोयल, नगरपालिका उपाध्यक्ष रविश खटाणा, रणवीर सेवा समिति के अध्यक्ष विजय चौहान, महामंत्री रोहिताश भड़ाना, महेश चौधरी, कैलाश गुर्जर समेत कई लोग मौजूद थे।
सुबह 10 से रात 9 बजे तक चलेगी प्रदर्शनी
पत्रिका पब्लिकेशन की पांच दिवसीय पुस्तक प्रदर्शनी रोजाना सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक खुली रहेगी। प्रदर्शनी में चारों वेदों का संग्रह शब्द वेद:, राजस्थान पत्रिका के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी जी की ओर से रचित पुस्तकें, मानस, मैं ही राधा मैं ही कृष्ण, कृष्ण तत्व की वैज्ञानिकता, वैदिक सूक्तों का संकलन और वेद विज्ञान पर आधरित पुस्तक ों के साथ साथ बाल साहित्य, स्वास्थ्य, पत्रकारिता, केरियर और मैनेजमेंट तथा अन्य कई विषयों की पुस्तकें प्रदर्शित की गई है।