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जयपुर ग्रामीण : बेटे की शादी के लिए सजाया पांडाल शोक सभा में हुआ तब्दील

locationबस्सीPublished: Jun 27, 2019 08:32:46 pm

Submitted by:

Satya

-ससुराल में कदम रखने से पहले ही दुल्हन के सपने हुए चूर-चूर

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जयपुर ग्रामीण : बेटे की शादी के लिए सजाया पांडाल शोक सभा में हुआ तब्दील

शाहपुरा.


एक नवविवाहिता को अपनी शादी के बाद ससुराल की दहलीज में प्रवेश करने और पति के साथ भावी जीवन को लेकर कई सपने होते हैं। ऐसा ही सपना अजमेर निवासी दुल्हन सुनीता ने संजोया था, लेकिन नियती को कुछ और ही मंजूर था। ट्रेलर चालक की लापरवाही से हुए सड़क हादसे ने सात फेरे होने के चंद घंटों बाद ही उसका सुहाग छीन लिया। जिससे उसके ससुराल में कदम रखने से पहले ही सारे सपने चूर -चूर हो गए।
हादसे में अपना सुहाग उजडऩे से दुल्हन को सुसराल की दहलीज देखे बिना ही अस्पताल से वापस पीहर लौटना पड़ा।

इधर, हादसे में शाहपुरा के नायन गांव निवासी मृत दूल्हा अजय मीणा के घर भी पिछले एक माह से बना हुआ खुशी का माहौल चंद मिनटों में मातम में बदल गया। उसके घर के बाहर शादी के लिए सजाया गया पांडाल शोक सभा में तब्दील हो गया। यह देखकर हर किसी की आंखों से आंसू छलक पड़े। नायन गांव में घटना के दूसरे दिन भी चारों तरफ सन्नाटा पसरा रहा। अजय 8 माह पहले ही शिक्षक बना था।

गौरतलब है कि नायन गांव के मीणा मोहल्ला निवासी गोकुल चंद मीणा के बेटे अजय की मंगलवार को शादी थी। अजमेर निवासी सुनीता के साथ सात फेरे लेने के बाद वह बुधवार सुबह ससुराल अजमेर से दुल्हन को लेकर कार से अपने घर नायन लौट रहा था। उसकी दो बहिनें ज्योति व रितु और एक बहनोई ओमप्रकाश मीणा भी उसके साथ थे।
इसी दौरान चौमूं में जैतपुरा के पास आगे चल रहे बजरी से भरे ट्रेलर की भिड़न्त से दूल्हे अजय मीणा की मौत हो गई और दुल्हन व बहिन-बहनोई घायल हो गए। उसकी दोनों बहिनों और बहनोई का अस्पताल में उपचार जारी है।

22 जून को हुई थी ***** की शादी
मृतक अजय की शादी से पहले २२ जून को उसकी ***** सुनीता की भी शादी थी। उसके घर के बाहर तभी से पांडाल सजा हुआ था।

अजय की शादी के बाद परिजन पांडाल को हटाते, उसके पहले ही यह हादसा हो गया। जिससे शादी के लिए सजाया गया पांडाल अब शोक सभा में बदल गया। अंतिम संस्कार के बाद से उसके घर पर शोक जताने के लिए रिश्तेदारों व अन्य ग्रामीणों का आना जारी है।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल


दूल्हा अजय की मौत के बाद से ही मां गीता देवी का रो रो कर बुरा हाल है। उसके पिता गोकुल चंद भी अवसाद की स्थिति में है। दुल्हे की बुआ मेवा देवी, ***** किरण व चंदा और भाइयों सहित परिवार के अन्य लोगों की भी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे।
शोक जताने आ रहे रिश्तेदार व ग्रामीण गम में डूबे परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं। सायर मल मीणा ने बताया कि अजय के साथ गाड़ी में बैठे उसके बहनोई व दोनों बहिनों का चौमूं के बराला अस्पताल में इलाज चल रहा है। चिकित्सकों ने उनकी हालत खतरे से बाहर बताई है।

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