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कोरोना की जंग में डटे ‘कर्मवीर’ पिता 3 माह के बेटे से 3 माह से नहीं मिले

locationबस्सीPublished: Apr 07, 2020 08:46:59 pm

Submitted by:

Surendra

पत्नी भी चिकित्सा सेवाओं के साथ मां का निभा रही फर्ज

कोरोना की जंग में डटे 'कर्मवीर' 3 माह के बेटे से 3 माह से नहीं मिले

कोरोना की जंग में डटे ‘कर्मवीर’ 3 माह के बेटे से 3 माह से नहीं मिले

 चन्दवाजी. देश में कोरोना के कहर से बचाने में चिकित्सक, नर्सिक स्टाफ सबसे महत्ती भूमिका निभा रहे हैं। अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को बचाने में जुटे कर्मवीर महीनों अपने परिजनों से मिल नहीं पा रहे। भगवान का रूप कहे जाने वाले डॉक्टर इस महामारी से लडऩे पर किसी रणभूमि में सैनिकों के सम्मान अपना दायित्व निभा रहे हैं। ऐसे कर्मवीर कस्बे के समीप स्थित ग्राम भुरानपुरा जाटान के चिकित्साकर्मी (नर्सिंग ऑफिसर) रामकुंवार जीतरवाल भी दिल्ली स्थित एम्स हॉस्पिटल में दिन रात कोरोना महामारी को लेकर मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं। रामकुंवार ने बताया कि पहले दिल्ली एयरपोर्ट पर देश विदेश से आए भारतीयों की स्क्रीनिंग की ओर अब हॉस्पिटल में सेवा दे रहे हैं । लगातार तीन माह से अधिक समय से बाहर रहने पर परिजन चिंतित जरूर हैं, लेकिन वह भी चिकित्सकीय फर्ज को नमन करते हुए हौसला बढ़ा रहे हैं।
पत्नी के पास दोहरी जिम्मेदारी

जीतरवाल की पत्नी भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चंदवाजी में नर्सिंग स्टाफ है। दोनो पति-पत्नी अपने घर परिवार को छोड़कर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। वहीं जीतरवाल की पत्नी चिकित्सा सेवा के साथ अपने तीन माह के बच्चे का सुरक्षा के साथ पालन-पोषण कर रही है। रवीना ने बताया कि वह पीएचसी से लौटकर नहाने के बाद खुद को सैनेटाइज कर बच्चे को दूध पिलाती है। उसने बताया कि दिन में सास बच्चे को संभालती है।
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