अधिकारियों ने बताया कि शैलेन्द्र कुमार मीणा (35) सोमवार को कंरट लगने से बेहोश हो गया था। उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उपचार के दौरान गुरुवार रात का उनका निधन हो गया। परिजनों से टेलीफोन पर कुछ ही दिनों में छुट्टी पर आने की बात कही थी। शैलेन्द्र अप्रेल 2011 में तकनीकी ग्रेड से बीएसएफ में भर्ती हुए थे। उनके पिता हनुमान प्रसाद मीणा शिक्षक है, जबकि माता छोटी देवी गृहणी है। शैलेन्द्र के एक पुत्री नेहा (14) व एक पुत्र मनुज (12) है। परिवार में तीन बहिने व एक छोटा भाई भी है। शुक्रवार सुबह शैलेन्द्र की निधन की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
पथराई बुजुर्ग शिक्षक पिता की आंखें अपने बेटे के शरीर को तिरंगें में लिपटा देख कर शिक्षक पिता हनुमान प्रसाद की आखें भर आई। उनके चेहरे पर जहां एक तरफ बेटे के जाने का गम झलक रहा था, तो दूसरी तरफ गर्व भी था कि जिस देश प्रेम की शिक्षा वो बच्चों को देते रहे हैं, उसी देशप्रेम की भावना को साकार करने में उनका बेटा देश की सेना में तैनात था। शैलेन्द्र के पिता ने अपने कंपकंपाते हाथों से भारत माता की जय बोलते हुए अपने बेटे को अंतिम सेल्यूट किया।
ये हुए शामिल- अंत्येष्टि में स्टेट मोटर गैराज राज्यमंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक राजेन्द्र यादव, मालाराम फागणा, सरपंच गोकल आर्य, पंसस रामसिंह गुर्जर, भाजपा पश्चिम मण्डल अध्यक्ष संजय सिंह राजपूत, भाजपा नेता उदयसिंह तंवर, यादराम जांगल, जगदीश मीणा, समाजसेवी रतनलाल शर्मा, जिला कांग्रेस कमेटी सचिव लेखराज कुमावत, मनोज चौधरी, मनोज नारायण शर्मा, डीवाईएसपी दिनेश यादव, कोटपूतली थाना प्रभारी नरेन्द्र यादव सहित हजारों की संख्या में ग्रामीण व महिलाएं उपस्थित रहे।