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life is precious : समझे जीवन का मोल…क्योंकि आपके चाहने वाले बहुत हैं

locationबस्सीPublished: Aug 06, 2019 08:50:46 pm

Submitted by:

Arun sharma

life is precious: समझे जीवन का मोल…क्योंकि आपके चाहने वाले बहुत हैं
जल्दबाजी और नासमझी में ना खोएं जीवन
– बस्सी सर्किल के तीनों थानों में सात माह में सड़क दुर्घटना में 47 की मौत- वहीं 23 लोगों ने आत्महत्या कर मौत को लगाया गले
 
 

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life is precious : समझे जीवन का मोल…क्योंकि आपके चाहने वाले बहुत हैं

– बस्सी. जयपुर Jaipur Rural निवासी 16 वर्षीय युवक की बस्सी के वेद विद्यालय में हुई मौत के बाद से पूरा परिवार सदमे में है। मामला आत्महत्या Suicide का बताया गया है। वहीं रायसर में प्रतापगढ़ रोड पर मोटरसाइकिल सवार चार विद्यार्थियों की मौत के बाद से तो पूरा गांव गमगीन है। एक साथ चार परिवारों के चिराग सड़क दुर्घटना Accident के शिकार हो गए। लापरवाही और नासमझी में जीवन से खिलवाड के ये तो उदाहरण मात्र हैं। जरा सी जल्दबाजी और नासमझी मौत के आंकड़े बढ़ा रही है। jaipur commissionerate के बस्सी, Bassi कानोता Kanota और तूंगा Tunga police थाना क्षेत्र में पिछले डेढ़ वर्षों में आत्महत्या Accident और सड़क दुर्घटना ने 134 लोगों की जान ले ली है। इन हादसों में परिवार उजड़ रहे हैं।
ऐसे जल्दबाजी में सडक दुर्घटना Accident का शिकार होनेवाले युवाओं व ना समझी में आत्महत्या जैसा कायराना कदम उठानेवाले लोगों को यह सोचना चाहिए कि उनके पीछे परिवार है। उनके चाहनेवाले हैं।
111 की मौत, 238 घायल
जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग से लगते कानोता और बस्सी थाना सहित जयपुर-गंगापुरसिटी स्टेट हाईवे स्थित तूंगा थाने में सड़क दुर्घटना Accident के प्रकरण बढ़ते जा रहे हैं। यहां तीनों थाना इलाकों में हुए हादसों में कई लोगों की मौत हुई, वहीं कईयों ने आत्महत्या suicide करके जान गवां दी।
जनवरी से जुलाई तक 23 आत्महत्या
आत्महत्याएं के मामले में बढ रहे हैं। बस्सी सर्किल के तीनों थानों में आत्महत्या के पिछले सात महीनों में ही 23 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें बस्सी के 16, कानोता के 5 और तूंगा थाने के 2 केस हैं। इनमें ज्यादातर मामले विवाहिता द्वारा आत्महत्या suicide के दर्ज किए गए हैं। दर्ज मामलों में से कईयों की जांच अभी जारी है। इनमें मृतकों के परिजन उसे आत्महत्या नहीं मान रहे हैं। बस्सी थाना क्षेत्र में जुलाई माह में हुए तीनों मामलों में पुलिस को आत्महत्या के कारणों की जानकारी नहीं लगी है।
निराश नहीं हो, सकारात्मक सोच positive think विकसित करें
आमतौर पर बहुत से युवा जीवन की असफलताओं से निराश होकर आत्महत्या कर लेते हैं। जबकि परीक्षा में कम नंबर आना असफलता नहीं हैं ऐसे मामलों में सकारात्मक सोच positive think रखें और दुबारा ज्यादा मेहनत करके सफल बनें। परिवार के लोगों को भी ऐसे लोगों की काउंसलिंग करनी चाहिए। हमेशा उनको खुशनुमा माहौल में रखना चाहिए।
आत्महत्या के प्रमुख मामले
कानोता थाना
– 5 जनवरी को श्रीनाथ विहार जामडोली निवासी विजय पुत्र रामस्वरूप खाती ने की आत्महत्या
– 13 जुलाई को जगदम्बा विहार दुबली वालों की ढाणी कानोता निवासी विनोद कुमार पुत्र लादूराम बैरवा ने की आत्महत्या
17 जुलाई को रघुनाथपुरा कानोता निवासी (किरायेदार) मांगीलाल पुत्र नाथुलाल बैरवा ने की आत्महत्या
बस्सी थाना क्षेत्र
– 9 जुलाई को नेवर, जमवारामगढ़ निवासी सोनू पुत्र केदार सैन ने फांसी लगाकर आत्महत्या ने की।
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