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Lockdown : सब्जियों पर कोरोना का इफेक्ट, रुला रहे प्याज-टमाटर

locationबस्सीPublished: May 18, 2020 08:26:30 pm

Submitted by:

vinod sharma

लॉकडाउन बना दर्द : किसानों के निकले आंसू

Lockdown : सब्जियों पर कोरोना का इफेक्ट, रुला रहे प्याज-टमाटर

Lockdown : सब्जियों पर कोरोना का इफेक्ट, रुला रहे प्याज-टमाटर

कालवाड (जयपुर). एक तरफ कोरोना से पूरे देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतरी हुई है, वहीं धरतीपुत्र अपनी सब्जियों को लॉकडाउन में औने-पौने दामों में भेजने पर मजबूर हैं। पहले जहां किसानों को ककड़ी, टमाटर, तरबूज के भाव नहीं मिले वहीं अब प्याज-टमाटर भी रुला रहे हैं।
लागत भी नहीं निकाल पा रही…
सब्जियों की फसल के लिए विख्यात कालवाड़ से सटे झोटवाड़ा, आमेर व सांभरलेक क्षेत्र के गांवों में इस बार भी किसानों ने पहले ककड़ी, इसके बाद टमाटर, मिर्च, तरबूज व प्याज की व्यापक पैमाने पर बुवाई की और पैदावार भी बम्पर हुई लेकिन कोरोना लॉकडाउन के कारण सही तरीके से मंडियों तक नहीं पहुंचने व भाव कम मिलने से किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं। कोरोना ने अब तक सबसे ज्यादा कहर प्याज की फसल पर बरपाया है। बड़े पैमाने पर लाल व देसी प्याज की बुवाई की थी। पैदावार भी काफी हुई है लेकिन कम भाव अब किसान को आंसू दे रहा है। वहीं टमाटर के भाव कम होने से मजबूरन मवेशियों को खिलाने पड़ रहे हैं।
लॉकडाउन होने के साथ ही गणित बिगड़ा…
कालवाड़ सहित आसपास के दो दर्जन से अधिक गांवों में फरवरी व आधे मार्च तक सबकुछ ठीक ठाक था। खेतों में ककड़ी, मिर्च व टमाटर की फसल लहलहा रही थी लेकिन 22 मार्च के बाद कोरोना लॉकडाउन होने के साथ ही गणित बिगड़ गई। पहले ककड़ी, फिर मिर्च, टमाटर व तरबूज की बंपर आवक होने के बावजूद भी किसान इन्हें मंडियों में समय पर नहीं ले जा पाए और खेती खराब हो गई। अनुमान के मुताबिक क्षेत्र के किसानों को ककड़ी ने करीब 3 करोड़, तरबूज ने करीब एक करोड़, मिर्च ने भी लाखों का फटका लगा दिया और टमाटर की तो यह हालत हो गई कि कई जगहों पर तो प्याज तीन से पांच रुपए किलो बेचने पर किसान मजबूर हैं। वहीं टमाटर भी दो से तीन रुपए प्रति किलो बिक रहा है।
प्याज से थी उम्मीद, निकाले आंसू….
गत वर्ष प्याज के मिले अच्छे भावों से उत्साहित होकर किसानों ने व्यापक पैमाने पर बुवाई की थी। उत्पादन भी उम्मीद से बढ़कर हुआ लेकिन इस बार थोक के भाव गत वर्ष की तुलना में आधे ही रह गए। गत वर्ष इस मौसम में प्याज के भाव 10 रुपए से अधिक थे लेकिन इस बार 5 रुपए किलो तक बिक रहे हैं। ऐसे में लागत निकलना भी मुश्किल हो गया है।
इन गांवों के किसान प्रभावित….
कोरोना का कहर सब्जियों की फसल पर पडऩे से कालवाड़, भम्भौरी, सरनाचौड़, सरनाडूंगर, लालचन्दपुरा, मंशारामपुरा, खोराबीसल, चतरपुरा, रोजदा, आछोजाई, दलपुरा, जयरामपुरा, खन्नीपुरा, राधाकिशनपुरा, नांगललाडी, पूनाना, बिशनपुरा, भैंसावा, बुगालिया, बिचपड़ी, शेरावतपुरा, तनकीढाणी, मंडाभोपावास, कूडिय़ोंकाबास, भैंसावा, गुढामान, खोराबीसल, किशनपुरा, शुभरामपुरा, दलपुरा, गजाधरपुरा, हिंगोनियां, बस्सीनागा, तिबारिया, लालपुरा, पचार, आईदानकाबास, बोबास, ढाकावाला, रामपुरा, गुढाकुमावतान, रामकुई, श्योसिंहपुरा, बसेड़ी, बेगस, फतेहपुरा, चकरामसर, धानक्या आदि गांवों में किसान प्रभावित हैं।

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